मैं जीत सकती थी इसलिए अमेठी भेजा गया था, महिला होने की वजह से नहीं: स्मृति ईरानी

स्मृति ईरानी ने 2019 के आम चुनाव में नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को लगभग 55,000 मतों के अंतर से हराया था.

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महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता स्मृति ईरानी ने सोमवार को कहा कि उन्हें अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में इसलिए नहीं उतारा गया था कि वह महिला हैं, बल्कि पार्टी को लगता था कि केवल वह ही उन्हें हरा सकती हैं.ईरानी की टिप्पणी यह कहे जाने पर आई कि सरकार को महिला रियल एस्टेट डेवलपर्स को त्वरित मंजूरी देने पर विचार करना चाहिए.

महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने रियल एस्टेट डेवलपर्स के संगठन ‘क्रेडाई' द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा, “मैं इसके बजाय पुरुष डेवलपर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना पसंद करूंगी... मुझे अमेठी इसलिए नहीं भेजा गया था क्योंकि मैं एक महिला हूं. मुझे अमेठी इसलिए भेजा गया क्योंकि मैं एकमात्र व्यक्ति थी जो उस आदमी (राहुल गांधी) को हरा सकती थी.”

ईरानी ने 2019 के आम चुनाव में नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को लगभग 55,000 मतों के अंतर से हराया था. इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में वह राहुल गांधी के सामने एक लाख मतों के अंतर से हार गई गई थीं.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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