जम्मू में बुधवार तड़के दो अलग-अलग मकानों में छह लोग मृत पाए गए, जिनमें से पांच एक ही परिवार के सदस्य थे. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. पुलिस ने बताया कि सिधरा में तावी विहार इलाके में दो घरों से तीन महिलाओं समेत छह लोगों के शव बरामद किए गए. दोनों घर एक-दूसरे से सटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि जहरीले पदार्थ के सेवन से इन लोगों की मौत हुई.
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि नूर उल हबीब, सकीना बेगम और उसकी बेटी नसीमा अख्तर और पोते सजाद अहमद माग्रे के शव तावी विहार इलाके में हबीब के घर में मिले, जबकि रुबीना बानो और उसके भाई जफर सलीम के शव एक निकटवर्ती मकान से मिले.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (जम्मू) चंदन कोहली ने बताया कि घटना की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय शर्मा की अगुवाई में चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर के बरजुल्ला इलाके में रहने वाली हबीब की बहन शहजादा ने पुलिस को फोन पर बताया कि उसे आशंका है कि उसके भाई ने आत्महत्या कर ली है, क्योंकि वह उसके फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहा है.
उन्होंने बताया कि हबीब के घर पहुंचने के बाद पुलिस ने पाया कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था और दुर्गंध आ रही थी. प्रवक्ता ने बताया कि घर का दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर चार शव पाए गए. स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि पड़ोस के एक घर में परिवार का रिश्तेदार गुलाम हुसैन रहता है. प्रवक्ता ने बताया कि जब पुलिस उसके घर पहुंची, तो उसे वहां भी दो और लोगों के शव मिले.
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या यह जहरीला पदार्थ खाने का मामला लगता है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या लोगों को जबरन जहर दिया गया था या इन्होंने आत्महत्या की.
एसएसपी कोहली भी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने घटना की गहन जांच के आदेश दिए. कोहली ने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए यहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भेजा गया है.
हबीब के एक रिश्तेदार ने कहा, ‘‘हबीब पिछले करीब 10 साल से जम्मू में रह रहा था. वह सकीना की मदद कर रहा था जो पारिवारिक विवादों से जुड़े कई अदालती मामलों का सामना कर रही थी.'' वहीं, सकीना के रिश्तेदारों ने हबीब पर आरोप लगाया कि वह पिछले चार साल से उन्हें सकीना से मिलने नहीं दे रहा था.