भारत लोकतांत्रिक देश से अब 'चुनावी तानाशाह' बन गया है : सीताराम येचुरी

स्वीडन की रिपोर्ट से पहले अमेरिकी सरकार द्वारा वित्तपोषित एक एनजीओ ‘फ्रीडम हाउस’ ने भी भारत के दर्जे को कम करते हुए ‘स्वतंत्र’ से ‘आंशिक स्वतंत्र’ कर दिया था, भारत सरकार ने रिपोर्ट का खंडन किया है.

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स्वीडन के एक संस्थान की लोकतंत्र संबंधी रिपोर्ट में भारत के दर्जे को कम करने की खबरों की पृष्ठभूमि में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ( Sitaram Yechury) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अब ‘चुनावी तानाशाह' बना गया है. येचुरी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, “ भारत में मोदी नीत सरकार ने आलोचकों की आवाजों को खामोश करने के लिए राजद्रोह, मानहानि और आतंकवाद रोधी कानूनों का इस्तेमाल किया है.” उन्होंने कहा कि भारत के उदारवादी लोकतंत्र के स्तर में गिरावट दर्ज की गई है.

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स्वीडन की रिपोर्ट से पहले अमेरिकी सरकार द्वारा वित्तपोषित एक एनजीओ ‘फ्रीडम हाउस' ने भी भारत के दर्जे को कम करते हुए ‘स्वतंत्र' से ‘आंशिक स्वतंत्र' कर दिया था, भारत सरकार ने रिपोर्ट का खंडन किया है और इसे गुमराह करने वाला बताया है. इससे पूर्व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी स्वीडन की एक संस्था की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि भारत अब लोकतांत्रिक देश नहीं रहा. उन्होंने ट्विटर पर एक खबर टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘‘भारत अब लोकतांत्रिक देश नहीं रहा.''

कांग्रेस नेता ने जिस खबर का उल्लेख किया उसमें कहा गया है कि स्वीडन के ‘वी-डेम इंस्टीट्यूट' की लोकतंत्र से संबंधित रिपोर्ट में भारत के ‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र' से ‘चुनावी निरंकुशता' में तब्दील हो जाने का दावा किया गया है. इस रिपोर्ट से कुछ दिनों पहले ही अमेरिकी संस्था ‘फ्रीडम हाउस' की रिपोर्ट में भारत को ‘आंशिक रूप से स्वतंत्र' देश बताया गया था. सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा था कि यह ‘गुमराह करने वाली', ‘असत्य' और ‘आधारहीन' है तथा भारत में अच्छे ढंग से स्थापित लोकतांत्रिक परंपराएं हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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