पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. हालांकि मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर फौरी राहत के संकेत दिए हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों से शीतलहर की स्थिति में कमी आई है और अगले 4 दिनों के दौरान उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति होने की संभावना कम है. वहीं अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और यूपी के कई हिस्सों में घना कोहरा और ठंड हो सकती है, जो धीरे-धीरे कम हो जाएगी।
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर कोल्ड डे से लेकर अत्यधिक कोल्ड डे की संभावना है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में कुछ स्थानों पर तथा पंजाब और हरियाणा के छिटपुट स्थानों पर कोल्ड डे देखने को मिल सकता है.
आईएमडी के अनुसार राजधानी दिल्ली ने पिछले 23 सालों में तीसरी सबसे भीषण ठंड का सामना किया है. साथ ही विभाग की तरफ से 14 जनवरी से फिर से ठंड बढ़ने की चेतावनी जारी की गई है. मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि दिल्ली में 3 से 9 जनवरी तक लगातार 5 दिन शीतलहर का अनुभव किया गया. इन पांच दिनों के दौरान, न्यूनतम तापमान लगभग 2 से 4 डिग्री था. हमारे पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, यह 23 सालों में तीसरा सबसे भीषण ठंड था.
इससे पहले साल 2006 में न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं साल 2013 में भी कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा था. जेनामणि ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी यूपी और उत्तरी राजस्थान जैसे राज्यों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होगी, साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी की भी उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल और ताजा नमी भी देखने को मिलेगी. पश्चिमी विक्षोभ के 11 से 14 जनवरी के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और समतल क्षेत्र में टकराने की उम्मीद है. इससे बादल छाएंगे और ताजा नमी भी आएगी. हवा की स्थिति के कारण, घने कोहरे की स्थिति में और सुधार होगा. स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन सबसे खराब स्थिति बिहार और उत्तर प्रदेश में बनी हुई है.