शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है कि वर्ष 2019 में उद्धव ठाकरे सरकार के सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने इसे 'परेशान' करने की कसम खाई थी लेकिन उनकी पार्टी (संजय राउत की) ऐसा नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि नए प्रशासन को लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहिए. उनका यह बयान उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की अगुवाई करने वाले एकनाथ शिंदे के सीएम पद की शपथ लेने के एक दिन बाद सामने आया है. मीडिया से बात करते हुए राउत ने कहा, "मैं इस सरकार को बधाई देता हूं. उनका स्वागत करता हूं. जब उद्धव ठाकरे सरकार आई थी तो वे पहले दिन से कह रहे थे कि वे इसे परेशान करेंगे लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे. हम सरकार को डिस्टर्ब नहीं करेंगे, उन्हें लोगों के हित में काम करना चाहिए. "
ठाकरे के खिलाफ 39 शिवसेना विधायकों के बगावत करने और एकनाथ शिंदे धड़े से जुड़ने के बावजूद शिवसेना सांसद राउत ने इस बात से इनकार किया कि संगठन कमजोर हुआ है. इस सवाल पर कि क्या पार्टी कमजोर हुई है, उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हमारा संगठन कभी कमजोर रहा है. कोई भी परेशान नहीं है." इस बीच राउत को मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलब किया है. समन को 'पूरी तरह राजनीतिक' बताते हुए उन्होंने कहा कि वे आज प्रवर्तन निदेशालय ऑफिस जा रहे हैं. उन्होंने कहा, "हां, मैं आज ईडी ऑफिस जा रहा हूं. हर कोई जानता है कि यह पूरी तरह राजनीतिक है. केंद्रीय एजेंसी ने मुझे समन किया है और मैं एक नागरिक और सांसद होने के नाते वहां जाऊंगा. "
इससे पहले, आज राउत ने कहा था कि वे जांच एजेंसी के समक्ष दोपहर में पेश होंगे. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से ईडी ऑफिस के सामने एकत्रित नहीं होने की अपील की थी. उन्'होंने एक ट्वीट में लिखा था, "मैं ईउी के समक्ष आज दोपहर 12 बजे पेश हुआ था. मैं जारी किए गए समन का सम्मान करता हूं और जांच एजेंसी के साथ सहयोग करना मेरा कर्तव्य है. मैं शिवसेना कार्यकर्ताओं से ईडी ऑफिस के सामने एकत्रित न होने की अपील करता हूं. चिंता मत करिए."
* 'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से सोमवार को बहुमत साबित करने के लिए कहा गया
* कैमरे में कैद : केरल में स्कूटर सवार ने CPM ऑफिस पर फेंका 'बम'
* निलंबित BJP नेता नूपुर शर्मा को "सारे देश से माफी मांगनी चाहिए" : सुप्रीम कोर्ट
उद्धव सरकार गिरते ही शरद पवार को मिला आयकर विभाग से नोटिस