राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को लेखिका अरुंधति रॉय पर 2010 में कथित भड़काऊ भाषण के लिए कड़े यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी को ‘‘सत्ता का दुरुपयोग'' बताया. पवार महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे.
रॉय पर 14 साल पहले एक कार्यक्रम में संबोधन के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना की मंजूरी के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘‘यह सत्ता के दुरुपयोग के अलावा और कुछ नहीं है.''
रॉय के अलावा सक्सेना ने शुक्रवार को कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन के खिलाफ भी यूएपीए के तहत कार्रवाई के लिए मंजूरी दे दी. बुकर पुरस्कार से सम्मानित लेखिका रॉय और हुसैन का नाम 28 अक्टूबर, 2010 में एक प्राथमिकी में दर्ज किया गया था.
दोनों ने 21 अक्टूबर, 2010 को नयी दिल्ली में आजादी-एकमात्र रास्ता के बैनर तले आयोजित एक सम्मेलन में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था. एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई और जिन पर बात हुई, उनसे कश्मीर को भारत से अलग करने का प्रचार हुआ.''
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