मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने शनिवार को फिल्म हस्तियों शबाना आज़मी (Shabana Azmi), नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) और जावेद अख्तर को 'टुकडे-टुकड़े गैंग' (Tukde-Tukde Gang) का एजेंट करार दिया. बीजेपी समर्थकों ने अपने आलोचकों को निशाना बनाने के लिए एक अपमानजनक शब्द 'टुकडे-टुकड़े गैंग' गढ़ा है. मध्य प्रदेश के मंत्री ने दोनों अभिनेताओं और गीतकार पर केवल बीजेपी (BJP) शासित राज्यों में मुद्दों पर मुखर होने का आरोप लगाया.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा, शबाना आजमी, नसीरुद्दीन शाह जैसे लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग के स्लीपर सेल के एजेंट हैं, जो सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में हुई घटनाओं पर ही हल्ला मचाते हैं, जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों में हो रही घटनाओं पर मौन रहते हैं. अब ऐसे लोगों की कलई खुल चुकी है.
शबाना आज़मी बिलकीस बानो मामले को लेकर बहुत मुखर रही हैं. इस केस में दोषियों को 15 साल जेल में रहने के बाद गुजरात सरकार ने रिहा कर दिया था.
शबाना आज़मी ने एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में कहा था, "मेरे पास (बिलकीस बानो के लिए) शब्द नहीं हैं, सिवाय इसके कि मैं बहुत शर्मिंदा हूं. मेरे पास और कोई शब्द नहीं हैं."
बीजेपी नेता और मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शबाना आजमी पर कांग्रेस शासित राज्यों में हुई घटनाओं के बारे में मुखर नहीं होने का आरोप लगाया. मिश्रा ने कहा, "शबाना आजमी ने राजस्थान में कन्हैया लाल की हत्या या झारखंड में जिंदा जलाई गई महिला के बारे में कुछ नहीं कहा."
उन्होंने कहा, "टुकड़े-टुकड़े गैंग या पुरस्कार-वापसी गिरोह इन्हें बिल्कुल नहीं देखते हैं. यह उनकी बुरी मानसिकता को उजागर करता है. कोई उन्हें सभ्य या धर्मनिरपेक्ष कैसे कह सकता है?"
शबाना आजमी हाल ही में बिलकीस बानो मामले में 11 दोषियों को रिहा करने के फैसले के विरोध में महिलाओं और छात्रों के समूहों में शामिल हुईं थीं.
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