कंझावला मामले के सातों आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं.मामले में 6 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे, 7 वें आरोपी अंकुश खन्ना ने आज सरेंडर किया. पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया है. कार चला रहे मुख्य आरोपी अमित खन्ना का अंकुश भाई है. मामले में अब भी एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. पीड़िता अंजलि सिंह को कुचलने के बाद कार को खड़ी करने आए आरोपियों की सीसीटीवी फुटेज आने के बाद आशुतोष को भी गिरफ्तार कर लिया गया था. रोहणी के डी ब्लॉक के उस इलाके में भी NDTV पहुंचा जहां से कार बरामद हुई थी. यहां पड़ोसियों ने बताया कि 1 जनवरी की सुबह 4 बजकर 7 मिनट से लेकर 5 बजे तक आशुतोष के साथ दीपक CCTV फुटेज में दिख रहा था जबकि पहले आशुतोष ने पुलिस को बताया था कि हादसे के बाद दीपक गाड़ी की चाभी देकर चला गया था.
पड़ोसी अंजनी राय ने बताया, "आशुतोष 31 तारीख की रात को अपने घर मौजूद था. वह यहां 6 माह पहले ही रहने आया था और किराए पर रहता था. कंझावला मामले में आरोपियों ने अब तक कई बार पुलिस की जांच को उलझाने की भी कोशिश की है. आरोपियों ने पहले कहा कि घटना के वक्त कार में पांच लोग बैठे थे जबकि इसमें 4 लोग बैठे थे. आरोपियों ने पूछताछ में यह भी कहा कि कार दीपक चला रहा था जबकि कार अमित चला रहा था. आरोपियों ने पहले कहा था कि कार में कोई फंसा हुआ है, तेज म्यूजिक के चलते वे यह समझ नहीं पाए जबकि आरोपियों को ढाई KM बाद ही पता चल गया था कि लडकी गाड़ी में फंसी हुई थी.
आरोपियों ने अब कहा है कि वो डर गए थे इसलिए घर भाग गए लेकिन घटना के बाद से वारदात को छिपाने की पूरी कोशिश की. इस बीच, मामले में पीड़िता अंजलि की दोस्त निधि से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. होटल का नया CCTV फुटेज आने के बाद पता चला है कि पीड़िता और निधि अकेले नहीं थी बल्कि इनके दोस्त भी थे. अब इन सारे पहलुओं की भी पुलिस जांच कर रही है.
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