मध्य प्रदेश में सिवनी जिले के आदिवासी युवकों की मॉब लिंचिंग मामले की जांच अब एसआईटी करने जा रही है. शनिवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बारे में निर्देश जारी किया है. सीएम ने कहा है कि एसआईटी का गठन कर मामले की जांच शुरू की जाए. उन्होंने घटना क्षेत्र के पुलिस थाना कुरई और चौकी बादलपार के पूरे स्टाफ को भी तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है.
सिवनी जिले के एक गांव में हाल ही में कथित गोहत्या के संदेह में भीड़ द्वारा दो आदिवासियों की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी, जिसके विरोध में कई जगह पर प्रदर्शन किया गया. जानकारी के मुताबिक जिले के कुरई थाना क्षेत्र के सिमरिया गांव में दो-तीन मई की दरमियानी रात को गोहत्या के संदेह में भीड़ ने आदिवासियों को पीट पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया था. तीन मई की सुबह इनमें से दो आदिवासियों की मौत हो गई.
इस घटना के विरोध में लोगों की भारी भीड़ ने शहर के कचहरी चौक, गणेश चौक, छिंदवाड़ा चौक और अंबेडकर चौक से रैली निकाली. जिसके बाद इस मामले ने देशभर में सुर्खियां बटोरी. बाद में लोगों ने अधिकारियों को एक ज्ञापन भी सौंपा था. जिसमें दोषियों को कड़ी सजा देने और मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये देने सहित कई मांग शामिल थीं.
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