हिंसा प्रभावित संबलपुर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा में भाग लेकर हनुमान जयंती मनाई. एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने शाम को मार्च से पहले शहर में लगभग 1,500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में 'महाआरती' कार्यक्रम आयोजित किया गया था. हनुमान जयंती मनाने वाले कुल 35 जत्थों ने शोभायात्रा में हिस्सा लिया, शोभायात्रा शाम को ब्रक्सपाल हनुमान मंदिर से शुरू होकर संवेदनशील इलाकों गुजरी.
ओडिशा में महा बिसुबा संक्रांति पर हनुमान जयंती मनाई जाती है. जिला कलेक्टर अनन्या दास के साथ डीआईजी (उत्तर मध्य) बृजेश रे और संबलपुर एसपी बी गंगाधर उन वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल थे जो शांतिपूर्ण शोभायात्रा सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर थे. पश्चिमी ओडिशा शहर में बुधवार को हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में एक बाइक रैली के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी. संघर्ष में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ दुकानों में आग लगा दी गई. झड़प के दौरान पथराव की घटना में कुल दस पुलिस कर्मी और हनुमान जयंती समन्वय समिति के कार्यकारी अध्यक्ष दामोदर कर सहित लगभग 12 सदस्य घायल हो गए.
संबलपुर में दंगा करने के आरोप में कुल मिलाकर 32 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. कुछ को शहर में हिरासत में भी लिया गया. एसपी ने कहा, "हम बुधवार को हिंसा में शामिल कुछ और लोगों को हिरासत में ले सकते हैं." इससे पहले दास ने जानकारी में देते हुए कहा था कि पूरे शहर में ''शरारत करने वालों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी की निगरानी की जा रही है'' और इलाके में हिंसा को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं गुरुवार से बंद हैं.
बृहस्पतिवार को लोगों में विश्वास बहाली के लिए सुरक्षा बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया गया था. दास ने कहा कि प्रशासन ने शुक्रवार शाम छह बजे निकाले जाने वाली मुख्य शोभायात्रा के दौरान शांति बनाए रखने के लिए सशस्त्र पुलिस के लगभग 40 प्लाटून (एक प्लाटून में 30 जवान होते हैं) को तैनात किया. पुलिस ने शरारती तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए चुनिंदा संवेदनशील इलाकों में ड्रोन का भी इस्तेमाल किया.
हनुमान जयंती के मौके पर राज्य के छह संवेदनशील जिलों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भद्रक, बालासोर, कटक, केंद्रपाड़ा, नबरंगपुर जिलों और कोरापुट के जयपुर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई, ताकि शोभायात्रा शांतिपूर्ण तरीके से गुजरे. राज्य के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भुवनेश्वर हवाईअड्डे पर कहा कि ओडिशा शांतिप्रिय राज्य है. उन्होंने कहा, "हनुमान जयंती के शोभायात्रा पर पत्थर फेंकना ओडिशा या देश के किसी भी हिस्से को स्वीकार्य नहीं है." दिन में संबलपुर का दौरा करने वाले भाजपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने झड़प में घायल हुए लोगों से मुलाकात की.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)