सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में एलओसी से पाकिस्तान द्वारा हथियार और गोला-बारूद भेजने की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है. पुलिस ने कहा कि आठ एके राइफल और 12 पिस्तौल के अलावा अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं. कश्मीर में पिछले एक साल में सुरक्षा बलों द्वारा हथियारों की यह सबसे बड़ी बरामदगी है.
सेना और पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया था. पुलिस ने कहा कि हथलंगा गांव में आज सुबह हथियार जब्त किए गए. इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है.
सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों के पास लश्कर ए तैयबा से जुड़ी बड़े पैमाने पर हथियारों की तस्करी के बारे में खास जानकारी थी.
सुरक्षा बलों ने AK 74u जैसे परिष्कृत हथियारों की बरामदगी की है जो कि AK 74 राइफल का छोटा कार्बाइन वरिएंट है. सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि पाकिस्तानी हैंडलर घाटी में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहे हैं.
इससे पहले जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में पाकिस्तान से मादक पदार्थ तस्करी के एक बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था. इस संबंध में पांच पुलिसकर्मियों समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी थी.
पुलिस के अनुसार, कुपवाड़ा जिले में मादक पदार्थ तस्करी और बिक्री के खिलाफ अपनी एक सफल कार्रवाई में पुलिस ने पांच पुलिसकर्मियों, एक राजनीतिक कार्यकर्ता, एक ठेकेदार और एक दुकानदार समेत 17 लोगों को कुपवाड़ा एवं बारामूला जिलों के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया तथा पाकिस्तान से मादक पदार्थ तस्करी के एक और मॉड्यूल का खुलासा किया.
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार गिरफ्तार लोगों में पांच पुलिसकर्मी हैं जिनकी पहचान विशेष पुलिस अधिकारियों हारुन रशीद भट, इरशाद अहमद खान, सज्जाद अहमद भट, जाहिद मकबूल डार और कांस्टेबल अब्दुल मजीद भट के तौर पर हुई है. एक राजनीतिक कार्यकर्ता इशफाक हबीब खान भी गिरफ्तार लोगों में शामिल है.
(इनपुट भाषा से भी)