राष्ट्रीय राजधानी में बीते 24 घंटे में सुबह साढ़े आठ बजे तक 74 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी, जो 2007 के बाद से इस अवधि की दूसरी सर्वाधिक बारिश है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.
राजधानी में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 74 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री नीचे पहुंच गया, जिसके कारण दिन-रात के तापमान के बीच का अंतर रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया.आईएमडी के आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली में मौजूदा बारिश मानसून की बारिश नहीं है. मानसून सामान्य 653.6 मिमी के मुकाबले 516.9 मिमी बारिश दर्ज कराने के बाद राजधानी से 29 सितंबर को लौट गयी थी.
आईएमडी के अनुसार, क्षेत्र में मानसून के बाद बारिश का कारण एक पश्चिमी विक्षोभ माना जाता है, जो निचले स्तर पर पुरवाई हवाओं के साथ मध्य और ऊपरी वायुमंडल में कम हवा के दबाव के कारण बनता है. मौसम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, पुरवाई हवाएं नमी के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं, जो बारिश का कारण बनती हैं. यह गुजरात और पूर्वी राजस्थान में अरब सागर से, उत्तराखंड तक दिल्ली क्षेत्र को पार करते हुए अपने पैर पसारती हैं. राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन लगातार बारिश से रविवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ और यह ‘संतोषजनक' श्रेणी में पहुंच गयी.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह करीब नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 54 था, जो ‘अच्छी' श्रेणी में आता है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस और शनिवार को अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस के बीच का अंतर 2.6 डिग्री सेल्सियस था, जो 1969 के बाद दर्ज किया गया सबसे कम अंतर है.
आईएमडी ने कहा, इससे पहले, इस तरह का सबसे कम अंतर 19 अक्टूबर 1998 को 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में सापेक्षिक आर्द्रता 100 फीसदी दर्ज की गई. राजधानी के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में पिछले 24 घंटों में 74.3 मिलीमीटर बारिश हुई. पालम वेधशाला ने 64.9 मिमी बारिश दर्ज की. आईएमडी के मुताबिक, लोधी रोड, रिज और आयानगर मौसम केंद्रों में क्रमशः 87.2 मिमी, 60.1 मिमी और 85.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. गौरतलब है कि 15 मिमी से कम वर्षा को 'हल्का' माना जाता है. इसके ऊपर और 64.5 मिमी के बीच 'मध्यम', 64.5 मिमी और 115.5 मिमी के बीच 'भारी' और 115.6 मिमी और 204.4 मिमी से ऊपर को 'अत्यंत भारी' वर्षा माना जाता है.