उत्तर प्रदेश का उमेश पाल हत्याकांड पिछले काफी दिनों से देशभर में सुर्खियां बटोर रहा है. इस केस में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. इसी सिलसिले में दिल्ली में उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद की तलाश की जा रही है. दरअसल दिल्ली में असद के 3 मददगारों की पहचान हुई. असद की मदद करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 3 लोग पकड़े हैं. उनमें एक का नाम जावेद है, दूसरे का नाम आरिफ जो अतीक का ड्राइवर है ,उसे साकेत इलाके से पकड़ा गया था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक उमेश पाल हत्या के तुरंत बाद असद मार्च के पहले हफ्ते में दिल्ली आया था और करीब 15 दिन यहां रुका था. इस दौरान वो तीन से चार दिन संगम विहार में ठहरा. बताया जा रहा है कि दिल्ली से असद ने एक शख्स को मेरठ भेजा था. इसके बाद मेरठ से पैसे लेकर दिल्ली में असद को दिए गए. सूत्रों के मुताबिक अतीक का पुराना ड्राइवर दिल्ली में रहता है उसने मेरठ से पैसे लाकर दिल्ली में असद को दिया था. उत्तर प्रदेश एसटीएफ दिल्ली एनसीआर में असद के अलावा उसके मददगारों की तलाश में लगी हुई है.
हाल ही में प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली बरसाकर हत्या कर दी गयी. साल 2005 में तत्कालीन बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद और उनके भाई व परिवारजनों के खिलाफ उमेश पाल की हत्या के मामले में भी प्राथमिकी दर्ज हुई है. उमेश पाल की हत्या के बाद विधानसभा के बजट सत्र में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा था कि ''माफिया को मिट्टी में मिला देंगे.''
ये भी पढ़ें : Coronavirus : भारत में कोरोना के 5,357 नए मामले दर्ज, रिकवरी रेट 98.74 फीसदी
ये भी पढ़ें : दिल्ली समेत कई शहरों में CNG-PNG की कीमतों में कटौती, केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी