केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनते हैं तो घोटाले और भ्रष्टाचार भारत की नियति बन जायेंगे और अगर नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो ‘धोखेबाज सलाखों के पीछे' होंगे. शाह ने राजस्थान की कांग्रेस नीत सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर उसने पिछले साल उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड में विशेष अदालत का गठन किया होता, तो आरोपियों को अब तक फांसी हो गई होती.
उन्होंने गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर भ्रष्टाचार में ‘नंबर वन' होने का आरोप लगाया और लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया. शाह ने विश्वास जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में सरकार बनाएगी और 2024 के लोकसभा चुनाव में 300 सीटों के साथ मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे.
उदयपुर में जनसभा में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की पिछले नौ साल की उपलब्धियां गिनाते हुए शाह ने कहा कि ये नौ साल भारत के लिए कई मायने में परिवर्तनकारी रहे. रैली के बाद गृह मंत्री ने एक होटल में आदिवासी नेताओं और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बातचीत भी की.
जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले संयुक्त रणनीति बनाने के लिए हाल में पटना में बैठक करने वाले विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जो लोग वहां इकट्ठे हुए थे, वे भ्रष्टाचार में शामिल रहे हैं और लोगों का भला नहीं करना चाहते हैं, वे अपने-अपने बेटों का भविष्य तलाश रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है, लालू यादव का लक्ष्य अपने बेटे तेजस्वी यादव को प्रधानमंत्री बनाना है, ममता बनर्जी का लक्ष्य अपने भतीजे अभिषेक को मुख्यमंत्री बनाना है और इसी तरह अशोक गहलोत अपने बेटे वैभव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल बाबा अगर प्रधानमंत्री बनते हैं, तो ये घपले, घाटाले, भ्रष्टाचार भारत की नियति बन जायेगी और मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं, तो भ्रष्टाचार करने वाले जेल की सलाखों के पीछे जायेंगे.''उन्होंने गहलोत नीत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है और उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड के दोषियों को सजा में देरी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
उल्लेखनीय है कि उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की पिछले साल 28 जून को दो लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. अपराधियों ने कथित तौर पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सामग्री पोस्ट करने के बाद कन्हैयालाल पर इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा, ‘‘इनको शर्म नहीं आती है... और मुझे कहते हैं कि क्या किया कन्हैयालाल में... अरे, आपको पहले शर्म आनी चाहिए... माताओं, भाइयों, बहनों बताओ... कन्हैयालाल को सुरक्षा किसने नहीं दी? मर गया तब तक किसकी पुलिस चुप रही... अरे, आप तो पकड़ना भी नहीं चाहते थे, एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) ने पकड़ा और झूठ मत बोलो गहलोत जी आरोपपत्र दायर नहीं हुआ है. मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि 22 दिसंबर 2022 को आरोपपत्र दायर हो चुका है, विशेष अदालत बनाने का काम आपका है... ताकि जल्द सजा दी जाये.''
शाह ने आरोप लगाया कि राजस्थान में कांग्रेस के शासन में बहुसंख्यक समुदाय के लोगों का शोषण किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी ने पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) पर प्रतिबंध लगाया, लेकिन गहलोत के राज में कोटा में पीएफआई की रैली हुई. करौली में हिंदू उत्सव को रोका गया, संघ का पथ संचलन रोका गया, अलवर में 300 साल पुराना शिव मंदिर तोड़ दिया गया.''
उन्होंने कहा, ‘‘आजादी के इतने वर्षों बाद भी वोट बैंक के लालच में संविधान को ताक पर रखकर यहां के बहुसंख्यकों के साथ अन्याय किया जा रहा है. ऐसा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करने वाले ही कर सकते हैं. भाजपा वोट बैंक की राजनीति नहीं करती.''
उन्होंने कहा, ‘‘इस राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। जयपुर में बम विस्फोट हुआ था... मैं उस वक्त गुजरात का गृहमंत्री था... वसुंधरा राजे यहां पर थीं... सबको पकड़ा, इनके एडवोकेट जनरल (महाधिवक्ता) को फुर्सत ही नहीं है पैरवी करने की और सारे के सारे लोग छूट गये... 50 लोगों को मारने वाले दहशतगर्द... आतंकवादी आज निर्दोष छूट गये हैं.''
शाह ने कहा कि मोदी के कार्यकाल के नौ साल पूरे होने पर भाजपा ने देशभर में ‘धन्यवाद यात्राएं' शुरू की हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने देश भर में यात्रा की है, जो समर्थन मैंने देखा है, उससे यह तय है कि मोदी 300 सीटों के साथ फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.''
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में जो सम्मान मोदी को मिल रहा है, वह मोदी या भाजपा का सम्मान नहीं है, यह देश की 130 करोड़ जनता का सम्मान है. शाह ने कहा, ‘‘2014 से पहले, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान, पाकिस्तान से ‘आलिया-मालिया-जमालिया' (आतंकवादी) भारत में घुसते थे और विस्फोट करते थे, लेकिन पाकिस्तान ने उरी और पुलवामा में गलतियां की, क्योंकि इस बार नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री थे और दस दिन के अंदर पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया और आतंकियों का सफाया कर दिया गया.''
शाह ने गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और वोट बैंक की राजनीति कर रही है. उन्होंने दावा किया कि 19 से ज्यादा पेपर लीक हुए हैं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे ने परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलग-अलग जिलों में महंगाई राहत शिविरों का दौरा करने पर टिप्पणी करते हुए शाह ने कहा कि इस उम्र में भी गहलोत इधर-उधर घूम रहे हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई इस रैली को वीडियो गहलोत को दिखा दे, तो उन्हें पता चल जाएगा कि उनकी सरकार जाने का समय आ गया है. 2023 और 2024 दोनों में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनने जा रही है.'' जनसभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया समेत अन्य नेता मौजूद रहे.
जनसभा को संबोधित करने के बाद शाह एक होटल पहुंचे, जहां उन्होंने आदिवासी नेताओं और पार्टी के पदाधिकारियों से बातचीत की और आदिवासी कल्याण के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया गया, जबकि पार्टी के कई अन्य नेता हैं जिन्हें ऊंचे पद दिये गये.
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गरीब आदिवासी परिवार की कन्या को राष्ट्रपति भवन पहुंचा कर देश के महामहिम पद पर आसीन किया. उन्होंने कहा कि जनजाति समाज से कई ऐसे वरिष्ठ राजनेता हैं, जिन्होंने भाजपा में कार्य किया और पार्टी ने उनको राज्यपाल पद पर सुशोभित किया.''