- लोकनीति-CSDS के प्रो संजय कुमार ने महाराष्ट्र चुनाव में वोट घटने को लेकर किया गया पोस्ट डिलीट कर दिया है.
- संजय कुमार ने कहा कि उनकी टीम ने चुनाव आंकड़ों का गलत विश्लेषण किया था. इसके लिए उन्होंने माफी मांगी है.
- पोस्ट में महाराष्ट्र की 2 विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव के मुकाबले वोटों की संख्या में आई गिरावट का जिक्र था.
समाज और राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले लोकनीति-सीएसडीएस के प्रोफेसर संजय कुमार ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर एक्स पर किए अपने एक पोस्ट की डिलिट कर दिया है. इस पोस्ट में उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के सीटों पर वोटों की संख्या कम होने को लेकर जानकारी दी थी.एक्स पर यह पोस्ट डीलीट करने के बाद संजय कुमार ने माफी भी मांगी है.उनका कहना है कि उनकी टीम ने आंकड़ों का गलत विश्वेषण कर दिया था. उन्होंने यह ट्वीट 17 अगस्त को किया था. संजय कुमार की ओर से पोस्ट हटाए जाने पर बीजेपी ने उनकी आलोचना करते हुए कहा है कि यह वही संस्था है, जिस पर राहुल गांधी भरोसा करते हैं.
संजय कुमार ने कहा क्या है
दरअसल 17 अगस्त को किए पोस्ट में संजय कुमार ने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र की दो सीटों पर मतदाताओं की संख्या में भारी गिरावट आई है. उन्होंने लिखा था कि महाराष्ट्र की विधानसभा संख्या 59 रामटेक में 2024 के लोकसभा चुनाव में चार लाख 66 हजार 203 मतदाता थे. जबकि 2024 के विधानसभा चुनाव में विधायकों की संख्या दो लाख 86 हजार 931 रह गई. संजय कुमार के मुताबिक लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में इस सीट पर एक लाख 79 हजार 272 यानी कि 38.45 फीसदी वोट कम हुए. इसी तरह उन्होंने देवलाली विधानसभा सीट का आंकड़ा दिया था. उनके मुताबिक विधानसभा संख्या 126 देवलाली में 2024 के लोकसभा चुनाव में चार लाख 56 हजार 72 वोट थे. जबकि विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या दो लाख 88 हजार 141 रह गई थी.संजय कुमार के मुताबिक देवलाली सीट पर एक लाख 67 हजार 931 या 36.82 फीसदी वोट कम हो गए थे.
संजय कुमार ने महाराष्ट्र चुनावों पर किए अपने इस ट्वीट के लिए मंगलवाक को माफी मांगते हुए उसे डीलीट कर दिया. उन्होंने लिखा, ''मैं महाराष्ट्र चुनावों से संबंधित ट्वीट्स के लिए ईमानदारी से माफी मांगता हूं. 2024 के लोकसभा और विधानसभा डेटा की तुलना में त्रुटि हुई. हमारी डेटा टीम ने डेटा को गलत तरीके से पढ़ लिया. ट्वीट को हटा दिया गया है. मेरा गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था.''
बीजेपी ने संजय कुमार पर हमला
संजय कुमार के इस कदम पर बीजेपी ने उनके ऊपर हमला बोला है. बीजेपी ने इसे ईमानदार त्रुटि मानने से इनकार कर दिया है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, "माफी आ गई है और संजय कुमार बाहर हैं. योगेंद्र यादव के इस शिष्य ने आखिरी बार कब कुछ सही किया था? हर चुनाव से पहले उनकी सभी भविष्यवाणियों में बीजेपी हार रही होती है और जब दावा उल्टा पड़ जाता है, तो वह टीवी पर यह समझाने के लिए आ जाते हैं कि बीजेपी कैसे जीती. यह सुविधाजनक है, उन्हें लगता होगा कि टीवी के दर्शक मूर्ख हैं.''मालवीय ने लिखा है,'' कांग्रेस के महाराष्ट्र पर झूठे नैरेटिव को बढ़ावा देने की उत्सुकता में, सीएसडीएस ने बिना सत्यापन के डेटा जारी किया. यह विश्लेषण नहीं है—यह साफ तौर पर पक्षपात है.''
मालवीय ने एक दूसरे पोस्ट में लिखा है, ''जिस संस्थान के डेटा पर राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के मतदाताओं को बदनाम करने के लिए भरोसा किया, उसने अब स्वीकार किया है कि उसके आंकड़े गलत थे, न केवल महाराष्ट्र पर, बल्कि एसआईआर पर भी. ''
चुनाव आयोग बनाम विपक्ष
सीएसडीएस के संजय कुमार की माफी ऐसे समय आई है जब चुनाव आयोग और विपक्षी इंडिया गठबंधन की पार्टियां आमे-सामने हैं. विपक्ष चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगा रहा है, जबकि इस आरोप के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विपक्ष के नेताओं से एक हफ्ते में माफी मांगने की मांग की है.वहीं विपक्ष चुनाव आयोग से ही माफी की मांग कर रहा है. दरअसल लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सात अगस्त को आरोप लगाया था कि कर्नाटक की बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के तहत आने वाली महादेवपुरा विधानसभा सीट पर एक लाख से अधिक वोटों की धांधली का आरोप लगाया था.राहुल ने रविवार को बिहार में चुनाव आयोग पर वोट चोरी की साजिश का आरोप लगाते हुए बिहार में यात्रा शुरू की है.
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