दिल्ली में संघ शिक्षा वर्ग का हुआ समापन, छात्रों को मिला पंच परिवर्तन का मंत्र

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली प्रांत के संघचालक डॉ. अनिल अग्रवाल और संघ शिक्षा वर्ग के सर्वाधिकारी वीरेन्द्र नागपाल उपस्थिति रहे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी में शाहदरा के शंकर नगर स्थित आरए गीता विद्यालय में पिछले 15 दिनों से चल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) का शुक्रवार शाम को समापन हो गया. कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार मुख्य वक्ता तथा सेवानिवृत्त पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं तिहाड़ केंद्रीय कारागार के पूर्व महानिदेशक संजय बैनीवाल मुख्य अतिथि थे.

इस दौरान सतीश कुमार ने अपने संबोधन में समाज परिवर्तन के लिए स्वयंसेवकों से अपने जीवन में पंच परिवर्तन अपनाने का आह्वान किया.पंच परिवर्तन के अंतर्गत दैनिक जीवन में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली, नागरिक कर्तव्य पालन और स्वदेशी को अपनाना शामिल है.सकारात्मक, सजग एवं सक्रिय समाज के निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति को समाज में सहज सेवा भाव रखना चाहिए.

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली प्रांत के संघचालक डॉ. अनिल अग्रवाल और संघ शिक्षा वर्ग के सर्वाधिकारी वीरेन्द्र नागपाल उपस्थिति रहे.

इस वर्ष संघ शिक्षा वर्ग 6 जून से प्रारंभ से प्रारंभ हुआ था और यह शनिवार, 22 जून को दीक्षांत के बाद पूर्ण हो जाएगा.वर्ग में 18 से 40 वर्ष की आयु के कुल 275 शिक्षार्थियों ने प्रशिक्षण लिया जिसमें दिल्ली से 270 शिक्षार्थी तथा अन्य प्रांत से 5 शिक्षार्थी हैं.

इन 275 शिक्षार्थियों में से 202 विद्यार्थी तथा 73 कर्मचारी एवं व्यवसायी हैं.इन 202 विद्यार्थियों में स्नातक से लेकर बी.टेक., एम.टेक. एवं पीएचडी तक के विद्यार्थी हैं.73 कर्मचारी एवं व्यवसायियों में प्राध्यापक, अध्यापक, सरकारी कर्मचारी एवं व्यवसायी हैं.

इस वर्ग में शिक्षार्थियों को विभिन्न प्रकार के औपचारिक प्रशिक्षण दिए गए.शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिदिन सुबह शाम शारीरिक प्रशिक्षण हुआ.मानसिक एवं वैचारिक स्पष्टता के लिए प्रतिदिन 4 सत्रों का बौद्धिक प्रशिक्षण दिया गया.जीवन के प्रत्येक सेकंड का सदुपयोग एवं प्रत्येक वस्तु संसाधन का समुचित उपयोग का अभ्यास व्यवस्था विभाग के अंतर्गत दिया गया.वर्ग में 24 घंटे की निश्चित दिनचर्या में जीवन जीते हुए अनेक औपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त हुए.यहां कार्यकर्ताओं ने सामूहिक जीवन का प्रशिक्षण प्राप्त किया.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Kho Kho World Cup: खो खो के पुरुष और महिला कप्तानों के Role Model हैं Kapil Dev और MS Dhoni
Topics mentioned in this article