"ममता जी के नेतृत्व में बंगाल कानून रहित हो गया है" : संदेशखाली मामले पर रविशंकर प्रसाद

संदेशखाली मामले पर अर्जुन मुंडा ने कहा, "यह मुद्दा काफी गंभीर हो रहा है. घटना सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है. ममता जी इसका अभी भी बचाव कर रही हैं".

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फाइल फोटो
नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल का संदेशखाली मामला राष्ट्रीय सुर्खियों में बना हुआ है. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुका है और इस मामले ने सबको हैरान कर के रख दिया है. संदेशखाली की महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के ताकतवेर नेता शेख शाहजहां पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है और अभी भी उन्हें खोजा जा रहा है. इस पर अब बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने भी बयान दिया है.

संदेशखाली मामले पर रविशंकर प्रसाद ने कहा, "यह मुद्दा काफी गंभीर हो रहा है. घटना सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है. ममता जी इसका अभी भी बचाव कर रही हैं. शुभेंदु अधिकारी कोर्ट के आदेश पर संदेशखाली गए और महिलाओं ने रो रो कर उनके सामने अपनी बात खी लेकिन ममता जी इस मामले पर क्या और क्यों छुपा रही है."

उन्होंने कहा, "ममता जी सीपीएम के खिलाफ आंदोलन कर के आईं लेकिन आखिर उनका अत्याचार सीपीएम से भी अधिक हो गया. SIT सवाल कर रही है या फिर उन्हें बेइज्जत कर रही है. बाकी पार्टियां भी इसपर खामोश क्यों हैं. सीपीएम ने औपचारिक बयान नहीं दिया है और राहुल गांधी चुप क्यों हैं? चंडीगढ़ की घटना पर सभी बोल रहे हैं लेकिन इसपर चुप क्यों हैं? वोट के लिए ये किसी भी हद तक जा सकते हैं. ट्रिपल तलक पर भी चुप थे. वोट के मामले में सभी चुप रहते हैं."

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उन्होंने कहा, "बंगाल में पत्रकारों की गिरफ्तारी की हम निंदा करते हैं. ममता जी की सरकार में नेतृत्व में बंगाल कानून रहित राज्य बन गया है". 

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