पश्चिम बंगाल (West Bengal) के संदेशखालि (Sandeshkhali) में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ लगातार छठे दिन प्रदर्शन की छाया राज्य के दूसरे हिस्सों पर भी पड़ी. वहीं उत्तर 24 परगना जिले के दूसरे हिस्से में आंदोलनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने संदेशखालि का दौरा किया और फरार पार्टी नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों के अत्याचार की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाने का संकल्प जताया. राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्यों ने भी इलाके का दौरा कर पीड़िताओं से बातचीत की. बशीरहाट में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास लागू निषेधाज्ञा तोड़ने के प्रयासों के बीच भाजपा समर्थकों और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई.
अधिकारियों ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक निषेधाज्ञा लागू थी. उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बशीरहाट में एसपी कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. संदेशखालि, बशीरहाट पुलिस जिले के अंतर्गत आता है.
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि के हालात के विरोध में एसपी कार्यालय का घेराव करने की घोषणा करने वाली भाजपा की प्रदेश इकाई ने पुलिस अवरोधकों को तोड़ने का प्रयास किया. पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और हिरासत में ले लिया.
बंगाल में अराजकता की स्थिति : मजूमदार
भाजपा कार्यकर्ताओं की अगुवाई कर रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया, ‘‘बंगाल में अराजकता की स्थिति है. राज्य सरकार सच छिपाने का प्रयास कर रही है. लोकतांत्रिक प्रदर्शन के लिए यहां कोई जगह नहीं है.''
उन्होंने झड़प के दौरान पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग को लेकर बेमियादी धरना शुरू कर दिया.
इससे पहले मजूमदार ने खुलासा किया कि पार्टी का प्रतिनिधिमंडल क्षेत्र में पुलिस द्वारा लगाये गये अवरोधकों के कारण ट्रेन से बशीरहाट जाएंगे.
TMC का BJP पर अमन-चैन बिगाड़ने की कोशिश का आरोप
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर राज्य में अमन-चैन की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया. तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि संदेशखालि अब शांतिपूर्ण है और हालात नियंत्रण में है. उन्होंने भाजपा और माकपा पर अशांति फैलाने का आरोप लगाया. घोष ने कहा, ‘‘अगर कुछ आरोप हैं तो पुलिस, प्रशासन और पार्टी जरूरी कदम उठा रहे हैं. भाजपा और माकपा नये सिरे से उकसावे की कोशिश कर रहे हैं और आज उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी.''
बशीरहाट से तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां ने कहा कि हालात को राजनीतिक रंग देने से बचना जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘‘इस समय हमें लोगों को उकसाने के बजाय प्रशासन की मदद के लिए एकजुट होना चाहिए.''
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार स्थानीय लोगों की अथक सहायता कर रही है, और एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में, मैं अधिकारियों के साथ नियमित संवाद रखती हूं. हालात का राजनीतिकरण करने से बचना महत्वपूर्ण है; मेरी भूमिका आग को शांत करना है, भड़काना नहीं.''
वाम मोर्चे का जिला मुख्यालयों के बाहर प्रदर्शन
इस बीच माकपा नीत वाम मोर्चा ने पूरे राज्य में जिला मुख्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया और संदेशखालि में प्रदर्शन के दौरान कथित हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार पार्टी नेता निरापदा सरदार के खिलाफ आरोप वापस लेने की मांग की.
मुर्शिदाबाद जिले में एक स्थान पर ऐसे एक कार्यक्रम के दौरान माकपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई. पुलिस भीड़ को काबू में करने में विफल रही, जिसके बाद वाम समर्थकों और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई.
हालांकि पुलिस ने कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए इलाके में जाने से रोका.
राष्ट्रीय महिला आयोग के प्रतिनिधिमंडल का दौरा
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, ‘‘दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने संदेशखालि का दौरा किया और कुछ पीड़िताओं से बातचीत की.''
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘पीड़िताओं के बीच डर की भावना है. हम फिर से इलाके का दौरा करेंगे.''
वरिष्ठ भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी और पार्टी के कई विधायकों को सोमवार को संदेशखालि जाने से रोका गया था.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को संदेशखालि का दौरा किया था और प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं से बातचीत की थी.
ये भी पढ़ें :
* बंगाल में संदेशखाली पर बवाल, राज्यपाल और महिला आयोग का दौरा; जानें कौन है आरोपी शाहजहां शेख?
* "TMC के गुंडे लड़कियां उठा रहे..." : संदेशखाली हिंसा को लेकर स्मृति ईरानी का ममता सरकार पर आरोप
* राज्यसभा चुनाव : पश्चिम बंगाल से सागरिका घोष और सुष्मिता देव होंगी TMC की उम्मीदवार