संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा, "संयुक्त समाज मोर्चा" नाम के दल से हमारा कोई संबंध नहीं

पंजाब के कुछ किसान संगठनों द्वारा "संयुक्त समाज मोर्चा" के नाम से पंजाब के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की घोषणा की गई है

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संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ दर्शन पाल.
चंडीगढ़:

पंजाब में किसानों के संगठन द्वारा  "संयुक्त समाज मोर्चा" नाम का राजनीतिक दल बनाकर चुनाव लड़ने की घोषणा किए जाने पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने स्पष्टीकरण दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आज चंडीगढ़ में पंजाब के कुछ किसान संगठनों द्वारा "संयुक्त समाज मोर्चा" के नाम से पंजाब के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की घोषणा की गई. इसका संयुक्त किसान मोर्चा से कोई संबंध नहीं है. संयुक्त किसान मोर्चा की यह नीति है कि हमारे नाम और मंच का इस्तेमाल किसी राजनीतिक दल द्वारा नहीं किया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा के नाम का चुनाव में इस्तेमाल करना मोर्चे के अनुशासन का उल्लंघन होगा.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल जो किसान संगठन या नेता चुनाव में भाग लेते हैं, वह मोर्चे में शामिल रह सकते हैं या नहीं, इसके बारे में संयुक्त किसान मोर्चा की 15 जनवरी की होने वाली राष्ट्रीय बैठक में फैसला लिया जाएगा. यह बयान संयुक्त किसान मोर्चा की कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य दर्शन पाल, हन्नान मौला, जोगिंदर सिंह उग्राहन, जगजीत सिंह दल्लेवाल, योगेंद्र यादव, युद्धवीर सिंह और शिव कुमार शर्मा "कक्काजी" की सहमति से जारी किया गया है. 

किसान संगठनों का पंजाब चुनाव लड़ने का ऐलान, संयुक्त किसान मोर्चा से अलग राजनीतिक पार्टी बनाई

किसान नेता डॉ दर्शन पाल ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा एमएसपी लागू कराने के लिए संघर्ष करता रहेगा. उन्होंने किसानों के राजनीतिक दल बनाने की आलोचना की और कहा कि क्रांतिकारी किसान अपने हक के लिए संघर्ष करते रहेंगे.  

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