समय रैना आपत्तिजनक कंटेंट मामले में महिला आयोग के सामने हुए पेश, लिखित माफी मांगी

समय रैना राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर के सामने प्रस्तुत हुए. उन्होंने आयोग को एक लिखित माफीनामा सौंपा, जिसमें उन्होंने अपने वक्तव्य के लिए खेद प्रकट किया.

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  • राष्ट्रीय महिला आयोग ने कॉमेडियन समय रैना को महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण आयोग के समक्ष तलब किया था।
  • समय रैना ने आयोग के समक्ष माफी पत्र सौंपकर अपने वक्तव्य के लिए खेद प्रकट किया और सुधार का आश्वासन दिया।
  • आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने रैना को सार्वजनिक मंच पर महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता बनाए रखने का निर्देश दिया।
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राष्ट्रीय महिला आयोग ने हाल ही में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित कार्यक्रम "India's Got Latent" में महिलाओं के प्रति असम्मानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी के संदर्भ में कॉमेडियन समय रैना को आयोग के समक्ष तलब किया था. समय रैना राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर के सामने प्रस्तुत हुए. उन्होंने आयोग को एक लिखित माफीनामा सौंपा, जिसमें उन्होंने अपने वक्तव्य के लिए खेद प्रकट किया.

महिला आयोग के अध्यक्ष ने रैना से स्पष्ट शब्दों में कहा कि सार्वजनिक मंचों पर महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है. रैना से कहा कि वे भविष्य में ऐसे किसी भी कथन से परहेज करें और साथ ही महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों पर जागरूकता बढ़ाने हेतु रचनात्मक सामग्री तैयार करें.

माननीय अध्यक्ष ने रैना से स्पष्ट शब्दों में कहा कि सार्वजनिक मंचों पर महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है. रैना से कहा कि वे भविष्य में ऐसे किसी भी कथन से परहेज करें और साथ ही महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों पर जागरूकता बढ़ाने हेतु रचनात्मक सामग्री तैयार करें.

समय रैना ने आयोग के निर्देशों का सम्मान करते हुए इस दिशा में कार्य करने की सहमति दी और यह आश्वासन दिया कि वे आगे से महिलाओं की गरिमा और सम्मान का पूर्ण ध्यान रखेंगे. महिला सम्मान से संबंधी कंटेंट बनाएंगे.

राष्ट्रीय महिला आयोग का मानना है कि सार्वजनिक व्यक्तित्वों की जिम्मेदारी होती है कि वे समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता को प्रोत्साहित करें. यह प्रकरण आयोग के उस निरंतर प्रयास का हिस्सा है, जिसके तहत मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को महिलाओं की गरिमा के प्रति उत्तरदायी बनाने की दिशा में कार्रवाई की जाती है.

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