समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को बुधवार दोपहर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल की ओर से अभी कोई बयान या मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया गया है लेकिन माना जा रहा है कि 81 वर्षीय बुजुर्ग राजनेता का उम्र से जुड़ी स्वास्थ्यगत समस्याओं का इलाज किया जा रहा है. यूपी के कद्दावर नेता मुलायम सिंह तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं. वे 1 जून 1996 से 19 मार्च 1998 तक देश के रक्षा मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं.
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अखिलेश के कोरोना वैक्सीन पर बयान के खिलाफ
मुलायम पिछले कुछ वर्षों से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पिछले साल, यूरिन इनफेक्शन के कारा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले साल अक्टूबर में मुलायम कोरोना संक्रमित भी हो गए थे. उनके पुत्र और यूपीके पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी. मुलायम के बेटे अखिलेश भी यूपी के सीएम रह चुके हैं और अगले वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं.
यूपी विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही होने की संभावना है. पिछले माह NDTV से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि यूपी की जनता बदलाव चाहती है.बातचीत के दौरान अखिलेश ने यूपी चुनाव के लिए मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन से इनकार किया था और कहा था कि हम छोटी पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगे. बीएसपी और कांग्रेस का जिक्र किए बिना अखिलेश ने कहा था, 'बड़ी पार्टियों के साथ मेरा अनुभव अच्छा नहीं रहा है, हम उनके साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे.'