उत्तर प्रदेश की सात सीटों पर हो रहा उपचुनाव दिलचस्प हो गया है. कांग्रेस वहां अपने सिंबल पर चुनाव लड़ने का हौसला नहीं जुटा पा रही है. इसकी बानगी गुरुवार को तब देखने को मिली जब समाजवादी पार्टी अपने दो उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. सपा ने गाजियाबाद सदर सीट पर सिंह राज जाटव और खैर से चारू कैन को उम्मीदवार बनाया है. इसमें दिलचस्प बात यह है कि चारू कैन इसी महीने कांग्रेस में शामिल हुई हैं.
विधानसभा उपचुनाव में भी सपा ने बड़ा खेल किया है. उसने फैजाबाद लोकसभा सीट की ही तरह गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट पर भी दलित को टिकट दे दिया है. वहां अखिलेश का यह प्रयोग सफल हुआ था. सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने शानदार जीत दर्ज की थी. सपा ने फैजाबाद वाले प्रयोग को दोहराते हुए गाजियाबाद सदर सीट से सिंह राज जाटव को टिकट दिया है. जाटव दलित समाज से आते हैं. फैजाबाद में सपा के अवधेश प्रसाद को चुनाव जीत गए थे. लेकिन गाजियबाद जाटव को विधानसभा भेजेगा या नहीं, यह 23 नवंबर को ही पता चल पाएगा, जब मतगणना के नतीजे आएंगे.
इसी तरह से सपा ने अलीगढ़ की खैर सीट से चारू कैन को उम्मीदवार बनाया है.वो इसी महीने कांग्रेस में शामिल हुई थीं. लेकिन चुनाव सपा के सिंबल पर लड़ेंगी. इससे पहले 2022 का विधानसभा चुनाव चारू ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लड़ा था. उस चुनाव में वो 65 हजार से अधिक वोट लाकर दूसरे स्थान पर रही थीं.
कांग्रेस का इनकार
इस बीच कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा का उपचुनाव नहीं लड़ेगी. उन्होंने कहा कि आज का समय अपने संगठन या पार्टी को बचाने का नहीं है, यह समय संविधान और भाईचारे की रक्षा करने का है. इसलिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने यह फैसला लिया है कि उत्तर प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को जिताने का काम करेगी.
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