उत्तराखंड के सुरंग में फंसा है बिहार के भोजपुर का सबाह अहमद, परिजन सुरक्षित बाहर निकलने को लेकर चिंतित

भोजपुर का 33 वर्षीय युवक सबाह अहमद लगभग 14 सालों से नवयुगा प्राइवेट कंपनी के साथ जुड़कर काम कर रहा है. सबाह इस कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर है.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
भोजपुर (बिहार):

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में दीपावली की देर रात ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल का 50 मीटर हिस्सा धंस गया. इसमें भोजपुर जिले के सबाह अहमद भी अंदर फंस गए हैं. अच्छी बात ये है कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. टनल के पास लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इधर सबाह अहमद का परिवार काफी चिंतित है. पूरा परिवार नम आंखों से लगातार उत्तराखंड सरकार से अपने इकलौते बेटे के लिए गुहार लगा रहा है.

भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के पेऊर गांव के वार्ड नंबर-12 के निवासी मिसबाह अहमद का 33 वर्षीय पुत्र सबाह अहमद लगभग 14 सालों से नवयुगा प्राइवेट कंपनी के साथ जुड़कर काम कर रहा है. सबाह अहमद इस कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर है. अहमद का निकाह 2017 में गजराजगंज थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में सिबा खातून से हुआ था. उसे दो बेटा मोकर्रम जाहेदी(4), अर्श(सवा साल) और एक बेटी फातमा(2) है. अहमद दो महीने पहले छुट्टी में अपने घर पेऊर आया था. वो दो सालों से उत्तराखंड के उत्तरकाशी में काम कर रहा है.

बेटे के सुरक्षित घर आने की आस में माता-पिता
अपने बेटे के लिए चिंता में बैठी अहमद की मां शहनाज बेगम ने बताया कि एक दिन पहले ही उससे बात हुई थी. बोल रहा था आज रातभर की ड्यूटी है, कल से मेरी दिन की ड्यूटी होगी. घर में कमाने का वही एक जरिया है. वही पैसे भेजता है तो यहां घर चलता है.

Advertisement
वहीं अहमद के पिता मिसबाह अहमद ने कहा कि सबाह उनका इकलौता बेटा है. वो और उसके साथ काम करने वाला एक लड़का राहुल टनल में काम कर रहे थे. टनल के धंसने से थोड़ी देर पहले राहुल टनल से बाहर आया था. उसके बाहर आने के बाद ही टनल धंस गया. घटना के बाद ही राहुल ने ही फोन कर हम सबको टनल गिरने की सूचना दी. उसमें मेरा बेटा भी फंसा है. हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. लेकिन हमारा पूरा परिवार चिंतित है. सरकार से गुहार लगाते हैं कि जल्द ही सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए. 

अहमद की पत्नी सिबा खातून अपने दोनों बेटे और एक बेटी के साथ फिलहाल कैमूर में है. घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही उसका रो-रोकर बुरा हाल है. वो अहमद को सुरक्षित टनल से बाहर आने की दुआ कर रही है.

Advertisement

अहमद के टनल में फंसने की सूचना मिलने के बाद से गांव के लोग भी उसके घर पहुंच रहे हैं और हाल पूछ रहे हैं. साथ ही परिवार के लोगों को हौसला दे रहे हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Silkyara Tunnel News: जहां फंसे थे 41 मजदूर, 1.5 साल बाद खुली सुरंग! | NDTV India