बागी विधायकों पर शिवसेना का तंज- "गुवाहाटी में चल रहा 'योग शिविर', सात-आठ विधायकों की 'ED' बला हुई दूर"

शिवसेना (Shiv Sena) के मुखपत्र सामना (Saamana) ने बीजेपी पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के द्वारा अपने विधायकों को धमकी देकर पार्टी में विद्रोह करने कि लिए उकसाने का आरोप लगाया. साथ ही बीजेपी से देश की तात्कालिक समस्याओं पर सवाल पूछे गये हैं.

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शिवसेना के मुखपत्र सामना में बीजेपी पर तीखा हमला बोला गया है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र (Maharashtra) में सियासी घमासान के बीच शिवसेना (Shiv Sena) ने मुखपत्र सामना में आज तीखा संपादकीय लिखकर बीजेपी (BJP) पर तंज कसा है. गुवाहाटी के होटल में बागी विधायकों के ठहरने को 'योग शिविर' बताते हुए लिखा कि बीजेपी (BJP) ने सात-आठ लोगों की 'ईडी' की बला चुटकी बजाकर दूर कर दी है. इसके अलावा, अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme), आतंकवाद और सीमा पार से घुसपैठ समेत तमाम मुद्दे पर बीजेपी को जमकर घेरा गया है. पार्टी से बगावत करने वाले विधायकों को 'चारणदास' बताते हुए कहा गया है कि ऐसा लगता है कि ये विधायक नशे में बोल रहे हैं.

संपादकीय में लिखा कि गुवाहाटी का रैडिसन ब्लू होटल "योग शिविर" स्थल बन गया है, जहां महाराष्ट्र के लगभग 40 विधायकों ने स्वीकार किया है कि भाजपा एक महाशक्ति है. संपादकीय में व्यंग्यात्क रूप से कहा गया है कि "योग शिविर के नेता" शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे का दावा है कि बीजेपी ने "पाकिस्तान को सबक सिखाया" है. संपादकीय में लिखा कि हमें हिंदुत्व के स्वाभिमान से नए सिरे से परिचित कराया जा रहा है. शिवसेना के मुखपत्र ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कार्रवाई के साथ विधायकों को धमकी देकर पार्टी में विद्रोह कराने का आरोप लगाया. संपादकीय में कहा कि "यह इस वजह से है कि शिविर के सात-आठ सदस्य उनके दास बन गए हैं. संपादकीय में कहा गया है कि गुवाहाटी "योग शिविर" में "योग" के बजाय "भोग" भौतिकवाद से जुड़े हुए हैं. 

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तात्कालिक समस्याओं पर उठाये सवाल
संपादकीय में चीन की आक्रामकता, यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख और नई सैन्य भर्ती योजना 'अग्निपथ' पर हालिया विवाद सहित कई अन्य मुद्दों पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है. संपादकीय में कहा कि यह महाराष्ट्र को तबाह करने की साजिश है. असम में बाढ़ का प्रकोप है, लेकिन इसके मुख्यमंत्री रेडिसन ब्लू में योग शिविर पर ध्यान दे रहे हैं.

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अग्निपथ योजना के विरोध में हुए प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए सामना में लिखा गया है, 'अग्निवीर भर्ती प्रकरण में कई राज्यों में युवकों ने आंदोलन किए. उसमें महाशक्ति मध्यस्थता नहीं कर पाई. महाराष्ट्र इस दौरान स्थिर और शांत रहा तो मुख्यमंत्री ठाकरे के संयमित नेतृत्व के कारण ही लेकिन महाशक्ति के सहयोग से गुवाहाटी में बाबा ‘योगराज', ठाकरे सरकार को गिराने के लिए ध्यान साधना कर रहे हैं. उन्होंने द्वेष का अग्निकुंड जलाया है. उसमें महाशक्ति की सामग्री पड़ रही है. महाराष्ट्र को तबाह करने की यह साजिश है.'  

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