गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना तालिबान से करने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है. महाराष्ट्र में जावेद अख्तर के खिलाफ आरएसएस कार्यकर्ता विवेक चंपानेरकर ने एक दीवानी मुकदमा दायर किया है. यह केस ठाणे कोर्ट में दाखिल किया है, जिसमें कथित तौर पर अख्तर द्वारा संगठन की तुलना तालिबान (Taliban) करने का आरोप लगाया गया है. कोर्ट ने गीतकार जावेद अख्तर को नोटिस भेजा है और 12 नवंबर को मामले की अगली तारीख में पेश होने का निर्देश दिया है.
इससे पहले महाराष्ट्र बीजेपी ने जावेद अख्तर के खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन किया है. महाराष्ट्र एमएलए और बीजेपी प्रवक्ता राम कदम ने ऐलान किया है कि जावेद अख्तर की कोई भी फिल्म को देश में तब तक रिलीज नहीं होने दी जाएगी, जब तक कि वे आरएसएस (RSS)से माफी नहीं मांग लेते.
जावेद अख्तर ने एनडीटीवी के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि तालिबान और "जो एक हिंदू राष्ट्र चाहते हैं" के बीच एक वैचारिक समानता है. उनका कहना था कि आरएसएस, जो कि बीजेपी का वैचारिक मातृ संगठन है, लंबे समय से यह मानता रहा है कि भारत एक हिंदू 'राष्ट्र' या राज्य है. राम कदम ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए चेतावनी दी थी कि अख्तर का यह बयान शर्मनाक है.
यह आरएसएस और विहिप के कार्यकर्ताओं और उनकी विचारधारा में विश्वास रखने वाले करोड़ों लोगों के लिए अपमानजनक है. उधर जावेद अख्तर का बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ भी मानहानि का एक मामला चल रहा है. यह मामला जावेद अख्तर ने कथित तौर पर मानहानि करने वाली टिप्पणी को लेकर कंगना के खिलाफ दायर किया है.