UAE में 200 करोड़ की शादी के लिए किया गया था नकद में भुगतान, ईडी के निशाने पर महादेव ऐप

ईडी ने 15 सितंबर को एक बयान में कहा, "सौरभ चंद्राकर ने फरवरी 2023 में आरएके, यूएई में शादी की और इस शादी समारोह के लिए महादेव एपीपी के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए."

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नई दिल्ली:

संयुक्त अरब अमीरात में इस साल फरवरी में हुई ₹200 करोड़ की शादी में सभी भुगतान पूरी तरह से नकद में किया गया था. इस सूचना ने महादेव ऑनलाइन बुक ऐप को जांच एजेंसियों के निशाने पर ला दिया. वहीं ये ऐप आज दोपहर तब सुर्खियों में आया, जब ऐप के विज्ञापनों में दिखाई देने वाले अभिनेता रणबीर कपूर को प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया.

ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के प्रमोटरों में से एक सौरभ चंद्राकर ने फरवरी में रास अल-खैमा में शादी की थी. इसमें परिवार के सदस्यों को ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे. कई मशहूर हस्तियों ने शादी समारोह में परफॉर्म किए और मुंबई स्थित एक इवेंट फर्म ने इस समारोह को ऑर्गेनाइज किया. कहा जा रहा है कि इस सबका भुगतान नकद में किया गया था और इससे ईडी सतर्क हो गया.

ईडी ने 15 सितंबर को एक बयान में कहा, "सौरभ चंद्राकर ने फरवरी 2023 में आरएके, यूएई में शादी की और इस शादी समारोह के लिए महादेव एपीपी के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए."

एजेंसी ने कहा कि डिजिटल सबूत के अनुसार, इवेंट मैनेजमेंट फर्म को हवाला लेनदेन के माध्यम से ₹​​112 करोड़ पहुंचाए गए थे और ₹42 करोड़ की होटल बुकिंग यूएई मुद्रा में नकद में की गई थी.

एजेंसी ने कहा कि इवेंट मैनेजमेंट फर्म से जुड़े लोगों के परिसरों पर ईडी की तलाशी में हवाला लेनदेन और बेहिसाब नकदी के सबूत मिले हैं. बयान में कहा गया है, "ये पाया गया है कि कई मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी संस्थाओं का समर्थन कर रही हैं और संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से मोटी फीस के बदले में उनके कार्यों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन आखिरकार ऑनलाइन सट्टेबाजी की आय से भुगतान किया जाता है."

उस ट्रैवल एजेंसी के परिसर में भी तलाशी ली गई, जिसने महादेव ऐप प्रमोटरों, उनके परिवार के सदस्यों और प्लेटफॉर्म पर वेबसाइटों का समर्थन करने वाली मशहूर हस्तियों के लिए टिकट बुक किए थे.

मेसर्स रैपिड ट्रैवेल्स का संचालन धीरज आहूजा और विशाल आहूजा द्वारा किया जाता है. ईडी ने कहा, "सट्टेबाजी पैनल से अवैध नकद कमाई को आहूजा बंधुओं ने बड़ी चतुराई से मुख्य टिकट प्रदाताओं के पास जमा कर दिया था, और वॉलेट शेष का उपयोग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टिकट बुक करने के लिए किया गया था."

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एजेंसी ने कहा कि उसने महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के कथित मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल अन्य प्रमुख लोगों की भी पहचान की है. ईडी की जांच में पता चला है कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ऐप के मुख्य प्रमोटर हैं. वे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और दुबई से अपना ऑपरेशन चला रहे हैं.

ईडी के बयान में कहा गया है, "सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने संयुक्त अरब अमीरात में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया है. अचानक और अवैध धन का वे खुलेआम दिखावा कर रहे हैं. बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए किया जाता है. भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन और नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए जरूरी प्रचार के लिए नकद में बड़ा खर्च किया जा रहा है."

केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि ईडी ने अब तक 39 स्थानों पर तलाशी ली है और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है.
 

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