बिहार के लिए 12 फरवरी का दिन अहम है, क्योंकि इसी दिन नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है. फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को कहा कि सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की नवगठित सरकार के विश्वास मत हासिल करने के दौरान पार्टी के सभी विधायकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए व्हिप जारी किया गया है.
जेडीयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने अपने आवास पर पार्टी विधायकों के लिए दोपहर भोज का आयोजन किया. हालांकि कुछ विधायक इस भोज में शामिल नहीं हुए. श्रवण कुमार ने यहां पत्रकारों से कहा, “एक व्हिप जारी कर विधायकों को सदन में उपस्थित रहने और अवसर आने पर सरकार के पक्ष में मतदान करने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, यह एक नियमित प्रक्रिया है, जो हम हर विधानसभा सत्र से पहले करते हैं.”
वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के विधायक दल के नेता और बिहार के विपक्षी महागठबंधन की अहम शख्सियत महबूब आलम ने शनिवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद बिहार में अटकलों का बजार गर्म है. NDA सरकार के विश्वास मत हासिल करने से लगभग 48 घंटे पहले हुई इस बैठक को लेकर हालांकि दोनों खेमों के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि बैठक में ‘‘कुछ भी राजनीतिक नहीं'' था.
आरजेडी नेता मनोज झा ने न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से कहा है कि हमारे लिए, 12 फरवरी एक सामान्य तारीख है. हमारे विधायकों ने फैसला किया था कि अगले 48 घंटे तक वे एक साथ रहेंगे और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बहुत दिलचस्प है कि वे अंदर 'अंताक्षरी' खेल रहे हैं. 12 फरवरी एक छोटा सा एपिसोड है. हमने इस खेल को शुरू नहीं किया था. लेकिन जैसा कि तेजस्वी यादव ने कहा था, हम इसे खत्म करेंगे. गठबंधन के लिए नीतीश कुमार खुद आगे आए थे.
खबर यह भी है कि RJD विधायकों का सामान पटना में पार्टी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आधिकारिक आवास पर लाया जा रहा है. फ्लोर टेस्ट से पहले आज शाम यहां राजद विधायकों और महागठबंधन के विधायकों की बैठक हुई. बताया जा रहा है कि बैठक के बाद नेता यहीं रुके हुए हैं.
वहीं, कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को हैदराबाद भेज दिए हैं. कहा जा रहा है कि टूट की आंशका को देखते हुए कांग्रेस ने यह फैसला लिया है. जानकारी के अनुसार कांग्रेस के 16 विधायक हैदराबाद के एक लग्जरी होटल में रुके हैं.