राष्ट्रीय जनता दल ने विधायक सुधाकर सिंह को पार्टी और महागठबंधन विरोधी बयानों के लिए नोटिस जारी किया है और उनको अगले पंद्रह दिन के अंदर जवाब देने को कहा है. इस नोटिस को निलंबन के पहले की औपचारिक कार्रवाई मानी जा रही है. पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे, जिससे महागठबंधन की एकजुटता पर असर पड़ सकता था.
विधायक सुधाकर सिंह की सीएम नीतीश कुमार पर लगातार बयानबाजी की आलोचना आरजेडी नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी की थी. उन्होंने कहा था कि कोई अगर ऐसी टिप्पणी करता है तो वो भाजपा की नीतियों का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि आरजेडी के दिल्ली अधिवेशन में यह प्रस्ताव हुआ था कि महागठबंधन पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के अलावा कोई और टिप्पणी नहीं कर सकता है.
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध राजद विधायक सुधाकर सिंह के बयान को घोर निंदनीय बताया था. उन्होंने कहा कि गठबंधन में राजद सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए गठबंधन को चलाने की सबसे अहम जवाबदेही उसके ही कंधों पर है.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि सुधाकर सिंह ने जान-बूझकर गठबंधन को तोड़ने के मकसद से इस तरह का बयान दिया है. यह सबको मालूम है. वह इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. यही नहीं भाजपा नेतृत्व के साथ भी इनका घनिष्ट संबंध रहा है. एक आरोप में जब सुधाकर सिंह भभुआ जेल में बंद थे तो स्वयं उन्होंने ही बताया है कि सुशील मोदी उनसे वहां मिलने के लिए गए थे.