राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने शनिवार को कहा कि बिहार (Bihar) के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) के कार्यकाल के दौरान मुसलमानों सहित पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण शुरू किया गया था. राजद नेता यादव ने यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दावे पर कही कि उनके पिता और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद ने मुसलमानों के लिए आरक्षण शुरू करने की मांग की थी.
यादव ने कहा, ‘‘ ऐसा लगता है प्रधानमंत्री कर्पूरी ठाकुर का अपमान करने पर तुले हुए हैं. मुझे आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू चुप क्यों है.''
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस की मंशा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर ‘‘डाका'' डालने और इसे मुसलमानों को देने की है.
PM को लोगों से जुड़े मुद्दों पर बात करनी चाहिए : तेजस्वी
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए यादव ने कहा, ‘‘हमने राज्य सरकार की नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में वंचित जातियों के लिए आरक्षण 50 से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया है. हमने केंद्र से इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में डालने का अनुरोध किया था लेकिन केंद्र की राजग सरकार ने ऐसा नहीं किया.''
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?''
यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री को लोगों से जुड़े मुद्दों पर बात करनी चाहिए.
उन्होंने कहा ‘‘ यह मिथिला क्षेत्र गंगा-जमुनी तहजीब वाला क्षेत्र है. प्रधानमंत्री को लोगों से जुड़े मुद्दों पर बात करनी चाहिए. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जो वादे किए थे, उनका क्या हुआ. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज का क्या हुआ.''
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