75वें गणतंत्र दिवस की परेड में इस मंत्रालय की झांकी ने जीता पहला पुरस्कार, ये थी वजह

संस्कृति मंत्रालय की ‘भारत : लोकतंत्र की जननी’ थीम वाली झांकी को 75वें गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल झांकियों में प्रथम पुरस्कार मिला है. इस झांकी के जरिए भारत की सांस्कृतिक विरासत और भारत को लोकतंत्र की जननी के रूप में दिखाया गया है.

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संस्कृति मंत्रालय की इस झांकी को मिला पहला पुरस्कार

Republic Day 2024: देश ने इस बार 75वां गणतंत्र दिवस मनाया है. हर बार की तरह इस बार भी कई मंत्रालयों की झांकियों ने सबका मन मोहा, लेकिन संस्कृति मंत्रालय की झांकी को पहला पुरस्कार दिया गया. दरअसल, संस्कृति मंत्रालय की ‘भारत : लोकतंत्र की जननी' थीम वाली झांकी को 75वें गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल झांकियों में प्रथम पुरस्कार मिला है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि झांकी में परंपरा और नवोन्मेष का मिश्रण था तथा ‘‘भारत की सांस्कृतिक विरासत - जिसे अक्सर लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है'' को प्रदर्शित करने के लिए ‘एनामॉर्फिक' तकनीक के उत्कृष्ट उपयोग ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

बयान के अनुसार, ‘‘एनामॉर्फिक तकनीक (प्रतिकृति उकेरने की तकनीक) को हमारी प्रस्तुति में कुशलतापूर्वक अपनाया गया था. इस तकनीक ने इसे समकालीन बनाया जो हमारी संस्कृति की गतिशीलता को दर्शाता है. इसमें आधुनिकता के मेल ने पारंपरिक तत्वों को सहजता से अपनाया. हमने एक ऐसी झांकी बनाई, जो कलात्मक कौशल और सांस्कृतिक झलक लेकर आई.'' संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि उसे इस उपलब्धि पर बहुत गर्व है, क्योंकि यह ‘‘भारत के विविध रंगों को संरक्षित करने और उसका जश्न मनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता'' को दर्शाता है.

यूपी की झांकी ने भी मोह लिया मन
वैसे गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश की झांकी भी आकर्षण का केंद्र रही. अयोध्या के राम मंदिर की थीम पर बनी इस झांकी में पांच साल के रामलला को हाथों में धनुष लिए दर्शाया गया. झांकी पर ऋषि-मुनियों के साथ सनातन परंपरा का अद्भुत नजारा देखने को मिला.  

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मध्य प्रदेश की झांकी
मध्य प्रदेश की झांकी में राज्य की आत्मनिर्भर और प्रगतिशील महिलाओं की यात्रा को दर्शाया गया. झांकी के माध्यम से संदेश दिया गया कि राज्य ने अपनी कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सीधे विकास प्रक्रिया में शामिल करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. झांकी के अगले हिस्से में भारतीय वायु सेना की पहली महिला फाइटर पायलट मध्य प्रदेश के रीवा जिले की अवनी चतुर्वेदी को दिखाया गया था.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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