उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने शुक्रवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 41.5 प्रतिशत बढ़ा और इस दौरान तेल, खुदरा और दूरसंचार कारोबार का प्रदर्शन बेहतरीन रहा. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 18,549 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वर्ष की समान अवधि में 13,101 करोड़ रुपये था. कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी परिचालन आय 1.28 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.91 लाख करोड़ रुपये हो गई. वहीं जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में 8.8 प्रतिशत बढ़कर 3,795 करोड़ रुपये हो गया.
रिलायंस जियो के टैरिफ में बढ़ोतरी और अमेरिकी शेल गैस कारोबार से लाभ के चलते कंपनी बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रही. कंपनी ने एक बयान में कहा कि तीसरी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ, इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 35.6 प्रतिशत बढ़ा. बाजार मूल्यांकन के आधार पर देश की सबसे बड़ी कंपनी की संचयी आय पिछली तिमाही के मुकाबले 9.5 प्रतिशत और सालाना आधार पर 52.2 प्रतिशत बढ़कर 209,823 करोड़ रुपये हो गई.
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रिलायंस चार व्यावसायिक कार्यक्षेत्र में सक्रिय है 1) तेल से रसायन (ओ2सी) व्यवसाय में इसकी तेल रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल संयंत्र और ईंधन खुदरा कारोबार शामिल हैं, 2) खुदरा कारोबार, 3) डिजिटल सेवाएं, जिसमें दूरसंचार शाखा जियो शामिल है, 4) नवीन ऊर्जा कारोबार. कंपनी के नतीजों पर खुशी जाहिर करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा “रिलायंस ने वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. हमने अपने सभी व्यवसायों के मजबूत योगदान के साथ रिकॉर्ड परिणाम दिए हैं. त्योहारों के मौसम और ‘ऑनलाइन' में ढील की वजह से खपत में मजबूत वृद्धि के साथ रिटेल बिजनेस की गतिविधि सामान्य हो गई है. हमारे डिजिटल सेवा व्यवसाय ने भी व्यापक, टिकाऊ और लाभदायक बढ़ोतरी दर्ज की है”
दूरसंचार स्पेक्ट्रम की देनदारियों के चलते कंपनी एक बार फिर शुद्ध ऋण की स्थिति में आ गई. कंपनी का कुल 2,41,846 करोड़ रुपये का नकद अधिशेष, 2,44,708 करोड़ रुपये के कुल ऋण के मुकाबले कम था. कंपनी पिछली कुछ तिमाहियों से शुद्ध कर्ज मुक्त थी. रिफाइनिंग मार्जिन और कीमतों में सुधार के कारण सी2सी खंड का परिचालन लाभ लगातार छठी तिमाही में क्रमिक रूप से बढ़ा. ओ2सी कारोबार का कर पूर्व लाभ सालाना आधार पर 38.7% बढ़कर 13,530 करोड़ हो गया. भंडारण लाभ तथा पेट्रोल, डीजल और जेट ईंधन में सुधार से रिफाइनिंग मार्जिन तीसरी तिमाही में बेहतर हुआ.
कंपनी को शेल गैस परिसंपत्तियों की बिक्री से 2,872 करोड़ रुपये का असाधारण लाभ हुआ. आईआईएल ने एक बयान में कहा कि जियो और रिटेल के यह अब तक के सबसे बेहतरीन नतीजे हैं. बयान के मुताबिक जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के तहत डिजिटल सेवाओं के कारोबार ने भी जोरदार प्रदर्शन किया. जियो का ग्राहक आधार बढ़कर तीसरी तिमाही के अंत में 42.10 करोड़ हो गया था. पिछले 12 महीनों जियो नेटवर्क से एक करोड़ ग्राहक जुड़े हैं. इस दौरान प्रति उपयोगकर्ता मासिक औसत आय (एआरपीयू) बढ़कर 151.6 रुपये हो गया. प्रति उपयोगकर्ता प्रति माह डेटा और वॉयस ट्रैफिक यानी कॉलिंग में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. जियो नेटवर्क पर डेटा खपत बढ़कर 18.4 जीबी और वॉयस ट्रैफिक 901 मिनट हो गई. इनमें क्रमशः 42.6 प्रतिशत और 13.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
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कंपनी ने बताया कि जियो की फिक्डलाइन ब्रॉडबैंड सेवा जियोफाइबर के भी 50 लाख ग्राहक हो गए हैं और इस संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. देश भर के लगभग 1,000 शहरों में 5जी के परीक्षण को आगे बढ़ाया है. कोविड महामारी का डर खत्म होने के साथ रिलायंस रिटेल ने दिसंबर 2021 की तिमाही के दौरान अब तक सबसे अधिक आय हासिल की. डिजिटल और न्यू कॉमर्स कारोबार से भी रिटेल को मजबूती मिली. समीक्षाधीन तिमाही के दौरान रिलायंस रिटेल की कुल आय 52.5% बढ़कर 57,714 करोड़ हो गई, जबकि एबिटडा में सालाना आधार पर 23.8 प्रतिशत का उछाल आया. रिलायंस रिटेल ने समीक्षाधीन तिमाही के दौरान 837 नए स्टोर खोले हैं. अब रिलायंस रिटेल के स्टोर की कुल संख्या 14,412 हो गई है, जो चार करोड़ वर्ग फुट में फैले हैं.
जियो के शुद्ध लाभ में भी इजाफा
जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ 31 दिसंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 8.8 प्रतिशत बढ़कर 3,795 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,486 करोड़ रुपये था. कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही के दौरान उसकी परिचालन आय 5.76 प्रतिशत बढ़कर 24,176 करोड़ रुपये हो गई. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 22,858 करोड़ रुपये थी.
इसके अलावा जियो प्लेटफॉर्म्स की दूरसंचार सेवा इकाई रिलायंस जियो (आरजेआईएल) का शुद्ध लाभ आलोच्य तिमाही में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,615 करोड़ रुपये पर आ गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यह 3,291 करोड़ रुपये था. वही आरजेआईएल की परिचालन आय समीक्षाहीन तिमाही में 4.62 की बढ़ोतरी के साथ 19,347 करोड़ रुपये हो गई. एक साल पहले की इसी अवधि में यह 18,492 करोड़ रुपये थी. जियो प्लेटफॉर्म्स का कुल ग्राहक आधार भी 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही में बढ़कर 42.1 करोड़ हो गया. इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 41 करोड़ था.
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