यात्री के साथ अभद्र व्यवहार करने के दो मामलों को लेकर नियामक DGCA ने एयर इंडिया को नोटिस भेजा है. डीजीसीए की तरफ से एयर इंडिया (Air India) से कहा गया है कि समय रहते आपके द्वारा एक्शन क्यों नहीं लिया गया. वहीं पूरे मामले पर टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने रविवार को स्वीकार किया था कि शराब के नशे में एक यात्री द्वारा एक महिला सहयात्री पर कथित रूप से पेशाब करने की घटना पर एयर इंडिया की प्रतिक्रिया ‘अधिक तेज' होनी चाहिए थी.
बताते चलें कि पहली 26 नवंबर 2022 को हुई थी जब एयर इंडिया की न्यूयॉर्क-नयी दिल्ली उड़ान की ‘बिजनेस श्रेणी' में सवार नशे में धुत एक यात्री ने करीब 70 वर्षीय एक महिला सहयात्री पर कथित तौर पर पेशाब कर दिया था.वहीं एक अन्य घटना में पेरिस-दिल्ली फ्लाइट में एक शख्स ने एक महिला के कंबल पर तब पेशाब कर दिया था जब वो शौचालय में थी. यह घटना 6 दिसंबर को हुई थी.
इससे पहले भी विमानन नियामक की तरफ से एयरलाइन कंपनियों को 'अनियंत्रित' यात्रियों से निपटने सहित रोकने को देकर निर्देश जारी किया था. नियामक, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से कहा गया है कि एयरलाइंस की ओर से अप्रिय घटनाओं को लेकर के कार्रवाई न करने, समुचित कार्रवाई न करने या चूक के चलते से हवाई यात्रा की छवि धूमिल हुई है. पायलट इन कमांड इस बात के आकलन के लिए जिम्मेदार है कि क्या केविन क्रू किसी स्थिति को नियंत्रित कर सकता है और इसके अनुसार आगे की कार्रवाई के लिए एयरलाइन के सेंट्रल कंट्रोल को सूचना भेज सकता है.
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने इस घटना के लिए माफी मांगी और कहा कि चालक दल के चार सदस्यों तथा एक पायलट को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है तथा एयरलाइन विमान में शराब परोसने की अपनी नीति की समीक्षा कर रही है.
घटना से उचित तरीके से न निपटने के लिए आलोचनाओं के बीच विल्सन ने एक बयान में कहा कि एयरलाइन इस मामले से बेहतर तरीके से निपट सकती थी और उन्होंने ऐसे अनुचित व्यवहार की शिकायत करने के लिए मजबूत तंत्र बनाने का वादा किया. उन्होंने कहा, ‘‘एयर इंडिया उड़ान के दौरान ऐसी घटनाओं को लेकर बहुत चिंतित है जहां यात्रियों को हमारे विमान में अपने सहयात्रियों के निंदनीय कृत्यों को सहना पड़ा है. हम इन घटनाओं से दुखी हैं तथा खेद जताते हैं.''
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