हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में मंगलवार को बारिश हुई. स्थानीय मौसम कार्यालय ने रात में राज्य के 12 में से आठ जिलों में ‘अत्यधित बारिश” होने का अनुमान जताते हुए ‘रेड अलर्ट' जारी किया है. शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी और मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने इस चेतावनी के मद्देनजर बुधवार और बृहस्पतिवार को अपने-अपने क्षेत्रों में सभी विद्यालयों एवं महाविद्यलायों को बंद रखने का आदेश दिया. बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने भी कहा कि बुधवार को सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे. मौसम कार्यालय ने बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना जिलों के कुछ हिस्सों के लिए अलर्ट जारी किया. मंगलवार को बारिश के कारण मंडी में कुछ जगह भूस्खलन हुआ और कुछ क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए.
मंगलवार को हुई बारिश के कारण किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. इस महीने की शुरुआत में, शिमला में भूस्खलन और बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 80 लोगों की मौत हो चुकी है.
मौसम विभाग ने बुधवार और बृहस्पतिवार को 'भारी से भीषण बारिश' होने का अनुमान जताते हुए ‘ऑरेंज' अलर्ट जबकि 25 एवं 26 अगस्त को भारी बारिश होने का अनुमान प्रकट करते हुए ‘येलो' अलर्ट जारी किया.
विभाग ने 28 अगस्त तक राज्य में बारिश होने का अनुमान जताया है.
चौबीस जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल में बारिश से संबंधित घटनाओं में 227 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 38 लोग अब भी लापता हैं.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 12,000 से अधिक घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस केंद्र के आंकड़ों के अनुसार राज्य को लगभग 8,100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और अब भी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि राज्य को 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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