केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रियल एस्टेट कंपनी M3M के प्रमोटर रूप बंसल को पीएमएलए (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया है. उन्हें 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्त में लिया गया है. रूप बंसल की M3M और IREO कम्पनी के ठिकानों पर हाल ही के छापेमारी हुई थी. प्रवर्तन निदेशालय ने 1 जून को दिल्ली और गुरुग्राम में 7 स्थानों पर तलाशी की थी.
आरोप हैं कि रियल एस्टेट कंपनी IREO ग्रुप ने लगभग 400 करोड़ रुपये दूसरी रियल एस्टेट कंपनी M3M ग्रुप को डायवर्ट किया था. ईडी घर खरीदारों द्वारा दर्ज की गई शिकायतों पर दर्ज कई एफआईआर के आधार पर आईआरईओ समूह की जांच कर रहा था. IREO समूह ने दावा किया था कि एक-एक प्रोजेक्ट के लिए 400 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे.
हालांकि, जांच से पता चला कि एम3एम समूह के स्वामित्व वाली भूमि का मूल्य सिर्फ 4 करोड़ रुपये था. इस जमीन पर 5 शेल कंपनियों का मालिकाना हक था. एम3एम ग्रुप ने 5 शेल कंपनियों को 10 करोड़ में जमीन बेची. राउंड ट्रिपिंग में 5 शेल कंपनियों ने IREO को डेवलप करने के अधिकार 400 करोड़ में बेच दिए और बाद में IREO ने वही जमीन M3M को 400 करोड़ रुपये में बेच दी.
अप्रैल में, हरियाणा एसीबी ने तलाशी ली थी और सीबीआई के तत्कालीन विशेष न्यायाधीश के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह एम3एम और आईआरईओ समूहों के प्रमोटरों का पक्ष ले रहे हैं. फिर जज को बाद में सस्पेंड कर दिया गया. IREO ग्रुप के प्रमोटर को पहले ईडी ने गिरफ्तार किया था.
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