रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर 18 साल बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) चैंपियन बनने का सपना पूरा कर लिया है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के आईपीएल की ट्रॉफी जीतने पर बेंगलुरु में क्रिकेट प्रशंसक जश्न मना रहे हैं. लोग सड़कों पर उतर आए हैं और जमकर आतिशबाजी की जा रही है. एक फैन ने इस मौके पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बहुत अच्छा लगा, हम 18 साल से इंतजार कर रहे थे.
एक अन्य फैन ने कहा कि उन्हें मैच देखकर मजा आया. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के एक फैन ने कहा कि शुक्रिया आरसीबी, तुमने बता दिया कि हारते-हारते भी जीतना मुमकिन है.
बता दें कि पंजाब ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था. आरसीबी की पारी में कोई अर्धशतक नहीं बना लेकिन उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने छोटा-छोटा योगदान दिया और टीम को 190 तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आरसीबी की तरफ से विराट कोहली ने 35 गेंदों में तीन चौकों की मदद से सर्वाधिक 43 रन बनाये. आरसीबी ने पांच ओवर में 46/1, दस ओवर में 87/2 और 15 ओवर में 132/4 रन बनाये. आरसीबी ने आखिरी पांच ओवरों में 58 रन जोड़े लेकिन पांच विकेट भी गंवाए. अंत में ये स्कोर मैच में निर्णायक साबित हुए.
फिल साल्ट ने नौ गेंदों में 16, मयंक अग्रवाल ने 18 गेंदों में 24, रजत पाटीदार ने 16 गेंदों में 26, लियाम लिविंगस्टोन ने 16 गेंदों में 25, जितेश शर्मा ने 10 गेंदों में 24 और रोमारियो शेफर्ड ने नौ गेंदों में 17 रन बनाये. आरसीबी की पारी में 11 चौके और नौ छक्के लगे.
आरसीबी ने 19 ओवर में छह विकेट पर 187 रन बना लिए थे और वह 200 से ऊपर जाता दिखाई दे रहा था लेकिन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने आखिरी ओवर में तीन विकेट चटकाए और सिर्फ तीन रन दिए जिससे आरसीबी का 200 रन बनाने का सपना टूट गया। लेकिन उसने अपने इस स्कोर का बचाव कर लिया.
पंजाब ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरुआत की और छह ओवर के पॉवरप्ले में एक विकेट खोकर 52 रन जोड़े. लेकिन इसके बाद उसने लगातार विकेट गंवाए. दस ओवर में उसका स्कोर 81 रन पर तीन विकेट हो गया. विकेट गिरते रहे और पंजाब की उम्मीद धूमिल होती चली गयी. शशांक सिंह ने आखिर में दिलेरी दिखाते हुए 30 गेंदों में तीन चौकों और छह छक्कों की मदद से 61 रन ठोके लेकिन लक्ष्य थोड़ा दूर रह गया.
शशांक ने अंतिम ओवर में जोश हेजलवुड को तीन छक्के और एक चौका मारा लेकिन अंत में पंजाब के हाथ से चैंपियन बनने का मौका निकल गया. पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर भी बहुत निराश होंगे क्योंकि टीम पहले क्वालीफायर में भी आरसीबी से हार गयी थी और फाइनल में वे उस हार का बदला नहीं ले सके.