RBI MPC Meet 2024: नहीं बढ़ेगी EMI! - RBI ने फिर नहीं किया रेपो रेट में बदलाव

RBI MPC Meeting 2024: रिजर्व बैंक ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट (Repo Rate) को 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
RBI MPC Announcements: आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अंतरिम बजट के अनुसार सरकार राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर चल रही है.

RBI MPC Meet 2024: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक (Monetary Policy Committee Meet) के नतीजों का ऐलान कर दिया है.आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने इस बार फिर रेपो रेट (Repo Rate)में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI ने रेपो रेट (Repo Rate) को 6.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. यह लगातार छठीं बार है जब RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है.

क्या लोन की EMI पर होगा असर?
रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का मतलब है कि होम लोग, कार लोन समेत आपके सभी तरह के लोन पर ईएमआई (EMI) में कोई बदलाव नहीं होगा. बता दें कि रिजर्व बैंक ने करीब एक साल से रेपो रेट (Repo Rate) को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. आखिरी बार फरवरी 2023 में इसे 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया था.

मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की मंगलवार से शुरू हुई तीन दिन की बैठक में किये गये फैसले की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘एमपीसी ने परिस्थितियों पर गौर करने के बाद रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखने का फैसला किया.''

वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत
इसके साथ ही अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. वहीं, चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति ( Retail Inflation)के 5.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अंतरिम बजट के अनुसार सरकार राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर चल रही है.

MPC मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के लक्ष्य पर रखने को प्रतिबद्ध
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चतता के बीच देश की अर्थव्यवस्था मजबूती दिखा रही है, एक तरफ आर्थिक वृद्धि बढ़ रही है, दूसरी ओर मुद्रास्फीति में कमी आई है. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने मुद्रास्फीति को काबू में रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए उदार रुख को वापस लेने का रुख बरकरार रखा है. एमपीसी मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के लक्ष्य पर रखने को प्रतिबद्ध है.

2024 में वैश्विक वृद्धि दर के स्थिर रहने का अनुमान
उन्होंने कहा कि, देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि की गति तेज हो रही है और यह अधिकतर विश्लेषकों के अनुमानों से आगे निकल रही है. आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार 2024-25 में भी जारी रहने की उम्मीद है. वहीं, 2024 में वैश्विक वृद्धि दर के स्थिर रहने का अनुमान  है. 

Featured Video Of The Day
Amit Shah का Ambedkar पर दिए गए बयान पर क्या मौका चूक गया विपक्ष? | NDTV Election Cafe