भारत के पूर्वी हिस्से के बेहद अहम पश्चिम बंगाल राज्य में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है रानाघाट संसदीय सीट, यानी Ranaghat Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1762252 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी जगन्नाथ सरकार को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 783253 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में जगन्नाथ सरकार को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 44.45 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 52.75 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर AITC प्रत्याशी रूपाली बिस्वास दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 549825 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 31.2 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 37.03 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 233428 रहा था.
इससे पहले, रानाघाट लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1602849 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में AITC पार्टी के प्रत्याशी तापस मंडल ने कुल 590451 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 36.84 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 43.62 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे CPM पार्टी के उम्मीदवार अर्चना बिस्वास , जिन्हें 388684 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 24.25 प्रतिशत था और कुल वोटों का 28.71 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 201767 रहा था.
उससे भी पहले, पश्चिम बंगाल राज्य की रानाघाट संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1329436 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से AITC उम्मीदवार सुचारूरंजन हलदर ने 575058 वोट पाकर जीत हासिल की थी. सुचारूरंजन हलदर को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 43.26 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 50.13 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर CPM पार्टी के उम्मीदवार बासुदेब बर्मन रहे थे, जिन्हें 473235 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 35.6 प्रतिशत था और कुल वोटों का 41.25 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 101823 रहा था.