पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने रविवार को राज्य के लोगों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि अयोध्या में रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह शांतिपूर्ण, खुशनुमा और सौहार्दपूर्ण अवसर बने, जिसमें शांति और एकता का समावेश हो. बोस ने लोगों से सहिष्णु बने रहने और किसी भी दुष्प्रचार पर ध्यान न देने का भी आग्रह किया.
राजभवन की ओर से जारी आधिकारी विज्ञप्ति में बोस ने कहा, ‘‘बाईस जनवरी 2024 को देश ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह बनेगा, जो लोकाचार के साथ काफी गहराई से जुड़ा है. कार्यक्रम पश्चिम बंगाल में भी होंगे. इस विशेष दिन पर, जब हम अपनी महान विरासत और संस्कृति के साथ मजबूत जुड़ाव के माध्यम से अपनी राष्ट्रीयता के मूलतत्व को पुनर्परिभाषित कर रहे हैं, आइए हम एक बार फिर अपनी मातृभूमि की महिमा और महानता को साझा करने का संकल्प लें.''
बोस ने कहा, ‘‘मैं बंगाल के अपने भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वे इस अवसर को शांति और सद्भाव के माध्यम से मधुर और प्रकाशमान बनाएं. दोस्तों, मैं सभी से सहिष्णु बने रहने और दुष्प्रचार का शिकार न होने का आग्रह करता हूं. कानून आपके पक्ष में है. अब समय आ गया है कि लोग सामाजिक एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए एकजुट होकर आगे आएं.''
संयोग से, शहर में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की 'संप्रीति रैली' सहित 35 से अधिक रैलियां होने वाली हैं.
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