हरियाणा उपचुनाव से पहले वोटरों को राकेश टिकैत का इशारा, बाद में सफाई देते नजर आए 

INLD के अभय चौटाला ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के समर्थन में विधायक पद छोड़ दिया था और अब वह उपचुनाव लड़ रहे हैं.

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भाजपा पर निशाना साधते हुए टिकैत ने कहा कि ये भाजपा के लोग योजनाकार हैं
चंडीगढ़:

हरियाणा के एलेनाबाद (Ellenabad Bypolls) में 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव (Haryana Byelection) में किसानों द्वारा इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के उम्मीदवार का समर्थन करने का संकेत देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने भाजपा को मतदाताओं को लुभाने के लिए धनबल का इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी दी. हालांकि, वह मंच पर यह भी कहते नजर आए कि वह किसी भी एक उम्मीदवार का समर्थन नहीं कर रहे हैं. 

दरअसल, ऐलनाबाद में किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा, "यह क्षेत्र एक पंचायती क्षेत्र है और पंचायत में कोई भी नहीं छूटता. यदि कोई व्यक्ति छह महीने पहले आपके पास अपना बैग छोड़ कर वापस मांगने आया है, तो उसे दे दो. कोई कनाडा गया, उसका परिवार वहीं रहता हो. उसने तीन साल पहले गुरुद्वारे में एक बैग रखा हो तो यह उसका बैग है. आपको उसकी चीजों को खोलने और खोजने की जरूरत नहीं है, आप इसे वापस दे दें और हो सके तो इसमें कुछ और जोड़ दें. 

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राकेश टिकैत के इस बयान को इनेलो नेता अभय चौटाला के समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है. कारण, चौटाला ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के समर्थन में विधायक पद छोड़ दिया था और अब वह उपचुनाव लड़ रहे हैं.

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भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "ये भाजपा के लोग योजनाकार हैं. यह मोदी सरकार बड़े पैसे पर चलती है. बड़े कॉरपोरेट इस कंपनी को चला रहे हैं. वे सरपंच को खरीदना चाहते हैं. क्या ऐसा कोई सरपंच है जिसे पैसे से खरीदा जा सकता है?'

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चुनाव का रुख बदलने के लिए धनबल के इस्तेमाल के खिलाफ लोगों को आगाह करते हुए टिकैत ने कहा कि ये लोग हैं जो पंचायत खरीदते हैं. सावधान रहें, ये बदमाश हैं. जाओ अपना काम करो और उस व्यक्ति के लिए कुछ और जोड़ो जिसने अपना बैग छोड़ा है. 

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उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के पास चुनावों में किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करने की एक स्पष्ट स्थिति है. भले ही वह भाजपा का विरोध करती हो. ये मीडिया वाले कहेंगे कि मैंने एक उम्मीदवार का समर्थन किया है लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया है. मैं सिर्फ इतना कह रहा हूं कि ये भाजपा के लोग बदमाश हैं. जिस व्यक्ति ने अपना सामान छोड़ा है, उसे चीजें लौटाएं.

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बता दें कि राकेश टिकैत ने इस साल की शुरुआत में बंगाल चुनावों से पहले राज्य में रैलियों को संबोधित किया था और भाजपा के खिलाफ प्रचार किया था. चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा और ममता ने फिर से बहुमत की सरकार बनाई. टिकैत ने यह भी कहा है कि वह अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे.

जहां तक ​​एलेनाबाद उपचुनाव की बात है तो यह भाजपा और इनेलो दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनाव है. यह निर्वाचन क्षेत्र चौटाला परिवार का गढ़ है, जो तब विभाजित हो गया जब दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी की स्थापना की और भाजपा से हाथ मिला लिया. अभय चौटाला हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में इनेलो के अकेले विधायक थे. वहीं अब इस उपचुनाव में हार होने की स्थिति में पार्टी को कोई प्रतिनिथि सदन में नहीं होगा.

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