हरियाणा के कांग्रेस विधायक छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एक रिसॉर्ट से बृहस्पतिवार शाम दिल्ली पहुंचे और शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से कुछ घंटे पहले उनके यहां पहुंचने की उम्मीद है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.
वहीं, हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा के विधायक दूसरे दिन भी यहां एक रिसॉर्ट में रखे गये हैं, क्योंकि हरियाणा से राज्यसभा की जिन दो सीट के लिए चुनाव होना है उनमें से एक पर कांटे की टक्कर होने की संभावना है.
देर शाम के घटनाक्रम में, इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के एकमात्र विधायक अभय सिंह चौटाला ने कार्तिकेय शर्मा का समर्थन करने की घोषणा की, जो भाजपा-जजपा गठबंधन और अधिकतर निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे हैं.
भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को मैदान में उतारा है जबकि अजय माकन कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त की आशंका से अपने विधायकों को एक सप्ताह पहले रायपुर स्थानांतरित कर दिया था. सूत्रों ने कहा कि वे बृहस्पतिवार शाम को वहां से निकले और दिल्ली पहुंचे. कांग्रेस विधायकों के शुक्रवार सुबह चंडीगढ़ पहुंचने की उम्मीद है.
सूत्रों ने बताया कि चंडीगढ़ पहुंचने पर विधायक पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर नाश्ता करने के बाद मतदान करने जाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में थे और बृहस्पतिवार शाम यहां पहुंचे. पार्टी विधायक कुलदीप बिश्नोई रायपुर नहीं गए क्योंकि वह पार्टी की प्रदेश इकाई में हालिया फेरबदल में अपनी अनदेखी को लेकर कथित तौर पर नाराज हैं. वह प्रदेश इकाई का अध्यक्ष पद चाहते थे, जिस पर हुड्डा के करीबी उदय भान की नियुक्ति हुई. एक अन्य वरिष्ठ नेता किरण चौधरी भी स्वास्थ्य कारणों से रायपुर नहीं गईं.
समझा जाता है कि हुड्डा और पार्टी नेता कुलदीप बिश्नोई दोनों दिल्ली से एक ही उड़ान से यहां पहुंचे थे.हुड्डा ने बुधवार को पीटीआई-भाषा से कहा था, ‘‘हमारे पास पर्याप्त संख्या है और हमारा उम्मीदवार 31 मतों से आराम से जीत जाएगा.''
भाजपा-जजपा ने भी अपने विधायकों को चंडीगढ़ के एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित कर दिया था. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ पी धनखड़ ने कहा था कि वे मतदान प्रक्रिया के सिलसिले में 'प्रशिक्षण सत्र' में भाग ले रहे हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और धनखड़ सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता भी उनके साथ शामिल हुए थे.
चालीस विधायकों वाली भाजपा के पास एक सीट जीतने के लिए पर्याप्त वोट हैं, वहीं दूसरी सीट के लिए मुकाबला मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा के चुनावी मैदान में आने के साथ हुआ है, जो एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं, जिन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन का समर्थन प्राप्त है.
उन्हें अधिकतर निर्दलीयों और हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है. चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 31 मतों की आवश्यकता है.
इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला ने बृहस्पतिवार को अपनी पार्टी की बैठक के बाद शर्मा का समर्थन करने की घोषणा की. अभय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मीडिया दिग्गज के भाई मनु शर्मा, जिन्होंने अतीत में उनके पिता की मदद की थी, ने उनसे समर्थन के लिए संपर्क किया.
उन्होंने कहा कि अब कार्तिकेय का समर्थन कर वह कर्ज चुका रहे हैं. अभय ने कहा कि अगर वह मतदान से दूर रहते हैं, तो इसका मतलब होगा कि चुनाव मैदान में कांग्रेस उम्मीदवार को फायदा होगा, जो वह कभी नहीं कर सकते.
इनेलो नेता ने हुड्डा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू से बृहस्पतिवार शाम को कार्तिकेय के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने संपर्क किया और अपने बेटे के लिए समर्थन मांगा. कुंडू ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है कि वह किसका समर्थन करेंगे.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रह चुके विनोद शर्मा ने अपनी खुद की जन चेतना पार्टी बनाई थी. कार्तिकेय के ससुर कुलदीप शर्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हैं. बलराज कुंडू ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि वह शुक्रवार को अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे.
कुंडू ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसके नेता खरीद-फरोख्त के डर से विधायकों को रिसॉर्ट में रखने के लिए कांग्रेस पर कटाक्ष करते थे लेकिन अब उन्होंने भी ऐसा ही किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और जजपा अपने विधायकों को यहां एक रिसॉर्ट में क्यों ठहरा रही है. इससे एक बात साफ हो जाती है कि दोनों संगठनों को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है और उन्हें क्रॉस-वोटिंग का डर है.''
हरियाणा विधानसभा सचिव और चुनाव के लिए रिटर्निंग अधिकारी आर के नांदल ने कहा कि मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा. इसके बाद जल्द ही मतों की गिनती की जाएगी. मतों को निर्वाचन आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए एक विशेष पेन से चिह्नित किया जाएगा.
नांदल ने संवाददाताओं से कहा कि प्रत्येक विधायक अपना वोट डालने के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त अधिकारी को कलम सौंपेंगे. भाजपा के पास 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 40 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं. भाजपा की सहयोगी जजपा के पास 10 विधायक हैं, जबकि इनेलो और हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक और सात निर्दलीय विधायक हैं.
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