राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश एन सिंह ने रविवार को कहा कि अगर महिलाएं दुनिया का नेतृत्व करेंगी तो अधिक शांति और सद्भाव होगा. हरिवंश ने संविधान दिवस समारोह के अवसर पर अरुणाचल प्रदेश विधानसभा परिसर में डीके हॉल में एक सभा को संबोधित करते हुए प्राचीन काल से लेकर स्वतंत्रता के बाद तक महिलाओं के योगदान का वर्णन करते हुए यह बात कही. संसद में महिला आरक्षण विधेयक, 2023 (नारी शक्ति वंधन अधिनियम) के पारित होने का जश्न मनाने के लिए 'गुलाबी संविधान दिवस' विषय पर आधारित एक दिवसीय कार्यक्रम का विधानसभा परिसर में आयोजन किया गया.
हरिवंश ने संविधान के विभिन्न प्रावधानों के बारे में भी बात की जो महिलाओं की वृद्धि और विकास के साथ उन्हें सम्मान और गौरव प्रदान करते हैं. इस अवसर पर केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने आम लोगों के लिए संविधान की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और कानून मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पुस्तक का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद करने की उनकी पहल को याद भी किया.
अरुणाचल के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के टी परनायक ने कहा कि संविधान महिलाओं को समानता प्रदान करता है और संघ को उनके पक्ष में सकारात्मक उपाय करने का अधिकार भी देता है. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि संविधान निर्माता देश की समृद्ध विविधता से अवगत थे और उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए गंभीर प्रयास किए कि संविधान का मसौदा तैयार करते समय भारत के लोगों के हर वर्ग के अधिकारों और मान्यताओं को ध्यान में रखा जाए.
ये भी पढ़ें-
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)