रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र की चुनौतियों पर बात की. रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा है कि अपरंपरागत युद्ध ने रक्षा क्षेत्र में नई चुनौतियां खड़ी कर दी है और इसे जन्म दिया है तेजी से बदलती तकनीक ने. रक्षा मंत्री सिंह का मानना है कि ड्रोन, साइबर वार, जैव-हथियार और अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपरंपरागत युद्ध की तकनीकों ने नई चुनौतियां पेश कर दी हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में डेयर टू ड्रीम 5.0 इनोवेशन कॉन्टेस्ट के शुभारंभ के अवसर पर यह बात कही.
पारंपरिक युद्ध के बदलावों पर क्या कहा
पारंपरिक युद्ध में आ रहे बदलाव पर राजनाथ सिंह ने कहा कि तकनीकी के कारण आज हथियारों और उपकरणों में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. उन्होंने रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की अधिक भागीदारी पर बल देते हुए कहा कि सभी तरह की डिफेंस तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है. इनोवेशन को लेकर जारी सरकार के प्रयासों को बताते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कहा कि जैसे-जैसे दुनिया में बदलाव आ रहे हैं.
रक्षा क्षेत्र को इनोवेटिव, तकनीकी क्षमता से लैस बनाने पर जोर
तकनीक और अनुसंधान और विकास का महत्व भी बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार देश के रक्षा क्षेत्र को और अधिक इनोवेटिव और तकनीकी क्षमता से लैस बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने डेयर टू ड्रीम पहल के प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि जब युवा कुछ नया सपना देखने का साहस करते हैं तो उन सपनों को हासिल करने के लिए एक नया रास्ता बनाया जा सकता है.