एनडीटीवी ने गुरुवार को डिफेंस समिट का आोजन किया था. देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh In NDTV Defence Summit) भी इस समिट का हिस्सा बने. इस दौरान उन्होंने देश के रक्षा क्षेत्र में मोदी सरकार के नजरिए पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही मोदी सरकार का फोकस डिफेंस सिस्टम पर रहा है. सत्ता में आने से पहले ही बीजेपी सक्रिय थी. राजनाथ सिंह ने कहा कि वह यह नहीं कह रहे कि पिछली सरकारों मे रक्षा क्षेत्र के लिए काम नहीं किया, लेकिन उनके और मोदी सरकार के नजरिए के बीच बहुत बड़ा फर्क है. मोदी सरकार का नजरिया क्षमता पर विश्वास करने का है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार देश के लोगों की क्षमता पर विश्वास करती है.
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"हमारे और पुरानी सरकार के नजरिए में फर्क"
राजनाथ सिंह ने NDTV डिफेंस समिट में कहा कि पुरानी सरकारों ने देश की रक्षा क्षमता पर उतना भरोसा नहीं किया, जितना मोदी सरकार ने किया है. पिछली सरकारें संशय में रहती थीं लेकिन अब भारत में तकनीक पर काम हो रहा है. अब देश में ही मॉर्डन हथियार बनने लगे हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने आने वाले समय में 50 हजार करोड़ रुपए के हथियार एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य रखा है. सरकार ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हुए स्वदेशी कंपनियों के इंटरेस्ट को भी घ्यान में रखा है. सरकार ने अपनी सेना के लिए हथियारों का निर्माण देश में ही करने का फैसला लिया है, सरकार आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को बढ़ावा दे रही है.
"मोदी सरकार का फोकस भारतीयता पर"
रक्षा मंत्री ने सरकार के नजरिए का फर्क यहां भी समझाया कि पहले आईआईटी या आईआईएम से पढ़ा बच्चा हमेशा विदेश में नौकरी करना चाहता था लेकिन मोदी सरकार ने इस गलत सोच को बदलने का काम किया. जब हमारा विश्वास मजबूत हुआ तो देश के आईआईटी भी बदले और आईआईएम भी बदले. राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने अकबर की बजाय महाराणा प्रताप को सम्मान दिया, मैकाले की जगह भारतीय न्याय संहिता को लेकर आए. सरकार ने अपने नौजवानों के विश्वास को और मजबूत किया है. रक्षा मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार के भारतीयता पर फोकस की वजह से ही देश की रक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है.