हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत-जापान साझेदारी अहम : जापान के रक्षामंत्री से मुलाकात के बाद बोले राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और जापान का हिंद-प्रशांत पर एक साझा विजन है. क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता के मुद्दों पर सामान्य दृष्टिकोण बढ़ रहा है.

Advertisement
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को कहा कि भारत और जापान के बीच कई मामलों में परिणाम अपेक्षाओं से भी बेहतर रहे हैं जो दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के बीच बेहतरीन तालमेल के कारण ही संभव हो पाया है. राजनाथ सिंह ने जापान के रक्षा मंत्री किहारा मिनोरू से मुलाकात के बाद कहा कि दोनों देशों ने साझे हितों के द्विपक्षीय और क्षेत्रीय विषयों के बारे में चर्चा की. हिंद-प्रशांत क्षेत्र को दो महत्वपूर्ण देश होने के नाते, भारत और जापान कई मायनों में इस क्षेत्र के महत्वपूर्ण प्रहरी हैं. इसलिए यह यह साझेदारी क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है.

उन्होंने कहा, "हमारे, रक्षा उपकरण और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. साल 2047 में जब हम स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे कर रहे होंगे, उसके लिए हमने विकसित भारत का विजन रखा है. आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए स्वदेशी रक्षा क्षमता का निर्माण इस विजन का एक अभिन्न अंग है. आज की बैठक में हमने इस क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने तथा अर्थपूर्ण नतीजों पर पहुंचने के लिए, एक-दूसरे के प्रयासों का समर्थन करने के निश्चय को व्यक्त किया है."

हिंद-प्रशांत पर भारत-जापान का साझा विजन : राजनाथ‍ सिंह 

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और जापान का हिंद-प्रशांत पर एक साझा विजन है. क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता के मुद्दों पर सामान्य दृष्टिकोण बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, "वर्ष 2023 हमारे रक्षा कार्यों में एक मील का पत्थर साबित हुआ. संयुक्त वार्ता की स्थापना और हमारी वायु सेनाओं के बीच पहला फाइटर अभ्यास 'वीर गार्जियन' हमारे रक्षा बलों के बीच बढ़ते इसी सहयोग का प्रतीक है. पहली बार, सशस्त्र सेनाओं की तीनों ही सेवाओं ने एक ही कैलेंडर वर्ष में संयुक्त अभ्यास किया है."

Advertisement

वैश्विक स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की स्थापना के 10 वर्ष पूरे 

रक्षा मंत्री ने कहा कि सितंबर 2022 में टोक्यो में पिछली बैठक से लेकर अब तक संतोषजनक प्रगति हुई है. भारत और जापान के बीच तीसरी '2 प्लस 2' वार्ता में विशेष रणनीतिक और वैश्विक पार्टनरशिप को और आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने सभी मंत्रियों, उनके प्रतिनिधि मंडल और कर्मचारियों की सराहना की.

Advertisement

उन्होंने कहा कि यह वर्ष भारत और जापान दोनों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों देश अपनी विशेष वैश्विक स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की स्थापना के 10 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. पिछले दशक में रक्षा सहयोग के संबंध में दोनों देशों द्वारा की गई प्रगति पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की.
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Modi 3.0 के पहले 100 दिन में ऐसा क्या हुआ है जिसका असर 2047 तक देखने को मिलेगा?
Topics mentioned in this article