राजस्थान के भीलवाडा शहर में बृहस्पतिवार को पुरानी रंजिश को लेकर अज्ञात बदमाशों द्वारा की गई गोलीबारी में एक मुस्लिम युवक की मौत हो गई जबकि उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे उपचार के लिये उदयपुर रेफर कियागया है. पुलिस ने बताया कि युवक की मौत के बाद शहर में पैदा हुए तनाव को देखते हुए प्रशासन ने 48 घंटे के लिये मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया है.
उन्होंने बताया कि चार बाइक सवार बदमाशों ने करीब छह माह पूर्व आदर्श तापड़िया हत्या मामले में बदला लेने के लिये दो भाईयों पर गोलीबारी की.
पुलिस ने बताया कि शहर के कई स्थानों पर भीड़ के एकत्रित होने पर ऐहतिआतन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात की गई है. मृतक के परिजनों और अन्य लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की.
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में घायल युवक को उपचार के लिये उदयपुर रैफर किया गया है.
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस कानून व्यवस्था हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि गुरुवार को भीलवाड़ा में गोलीबारी की घटना को ध्यान में रखते हुए तत्काल पुलिस जाब्ता तैनात किया गया.
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक एवं उनकी टीम सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष निगरानी रख रहे हैं. उन्होंने बताया कि एहतियातन अजमेर रेंज आईजी को भीलवाड़ा भिजवाया जा रहा है. शहर में स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है.
पुलिस ने बताया कि महात्मा गांधी चौराहा, बदला चौराहा, भीमगंज, सीटी कोतवाली सहित शहर में पुलिस बल तैनात किया गया है. हमलावरों की तलाश की जा रही है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी ने बताया कि दोपहर में दो बाइक पर आए चार अज्ञात बदमाशों ने बडला चौराहे पर दो सगे भाई इब्राहिम पठान उर्फ भूरा (34) और कमरुद्दीन ऊर्फ टोनी (22) को घेर कर उन पर गोलीबारी की. बदमाशों ने उन पर तीन राउंड गोलीबारी की.
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में इब्राहिम की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि उसके भाई को उपचार के लिये उदयपुर रेफर किया गया है.
उन्होंने बताया कि कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आदर्श तपाड़िया की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना की योजना बनाई गई थी.
उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में इसी साल मई में आदर्श तपाड़िया की आपसी रंजिश के चलते दो गुटों के बीच हुए झगड़े में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद भीलवाड़ा में सांप्रदायिक तनाव फैल गया और पुलिस ने तीन नाबालिगों समेत आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया था. हिंदू संगठनों की अपील पर भीलवाड़ा भी बंद रहा था.