राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरदारपुरा सीट से भरा परचा भर दिया है. राजनीति के जादूगर कहे जाने वाले गहलोत ने 1977 में जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. राजस्थान में इस समय जमकर चुनाव प्रचार हो रहा है.
1998 में गहलोत पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने
कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर 1998 में गहलोत पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि तब गहलोत विधायक नहीं थे, तो उनके लिए सरदारपुरा सीट से जीते मानसिंह देवड़ा ने इस्तीफा दे दिया था. फिर गहलोत ने उपचुनाव में जीत हासिल की और सीएम की कुर्सी पक्की कर ली. इसके बाद से वे सरदारपुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से वे लगातार 5 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं.
बड़ी बात यह है कि 2013 के चुनाव से पहले कांग्रेस सत्ता में थी. वह जब ऐतिहासिक हार के साथ केवल 21 सीटों पर सिमट गई, तब भी अशोक गहलोत सरदारपुरा से विधायकी का चुनाव जीत गए थे. तब गहलोत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे ज्यादातर सभी नेता चुनाव हार गए थे.
राजनीति के जादूगर गहलोत
अशोक गहलोत राजस्थान में राजनीति के जादूगर कहे जाते हैं. वह 1998, 2008 और 2018 में तीन बार सीएम बने. गहलोत ने 1977 में जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. हालांकि, इस पहले चुनाव में गहलोत हार गए थे, लेकिन 1980 के मध्यावधि चुनाव में गहलोत को जोधपुर से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया गया. वे यहां से सांसद बनकर पहली बार सीधे राष्ट्रीय राजनीति में पहुंच गए. अशोक गहलोत, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव की केंद्र सरकार में पर्यटन, खेल और नागरिक उड्डयन मामलों के राज्य मंत्री रहे हैं.
सिर्फ 49 वोटों से जीत...
सरदारपुरा विधानसभा सीट से 1999 में गहलोत 49 हजार वोटों से जीते थे. 2003 विधानसभा चुनाव में गहलोत ने बीजेपी के महेंद्र झाबक को 24 हजार वोटों से हराया. 2008 के विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत ने बीजेपी के राजेंद्र गहलोत को 16 हजार वोट से हराया और दूसरी बार सीएम बने. फिर साल 2013 में गहलोत ने बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर को 18 हजार वोटों से हराया, लेकिन प्रदेश में बीजेपी सरकार बनी. 2018 में अशोक गहलोत ने बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर को 48 हजार वोटों से चुनाव हराया और तीसरी बार राजस्थान के सीएम बने.
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