राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के बयान पर घमासान मच गया है. उन्होंने पुलवामा अटैक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसके बाद राजस्थान की राजनीति में उबाल आ गया है. सुखजिंदर रंधावा ने सवाल किया है कि कहीं चुनाव जीतने के लिए, तो नहीं करवाया गया था पुलवामा हमला? वैसे, बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस के कुछ नेता पुलवामा हमले को लेकर सवाल उठा चुके हैं.
कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा का विवादित बयान
राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने पुलवामा हमले पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहीं चुनाव जीतने के लिए तो पुलवामा हमला नहीं करवाया गया था? उन्होंने पुलवामा हमले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने कहा, "कहीं, चुनाव जीतने के लिए तो नहीं करवाया गया था पुलवामा अटैक? पुलवामा हमले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए."
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को रंधावा ने नसीहत दी कि आपसी गुटबाजी और लड़ाई खत्म कर दो, मोदी और बीजेपी अपने आप खत्म हो जाएंगे. रंधावा ने कहा कि जिंदाबाद के नारों ने नेताओं का दिमाग खराब कर दिया है.
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने रंधावा पर देश और प्रधानमंत्री का अपमान करने का आरोप लगाया है. रंधावा ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए कांग्रेस के धरने के दौरान कहा, "हमें अपनी पार्टी से आंतरिक कलह को समाप्त करना चाहिए." कांग्रेस के लिए ये एक ऐसी स्थिति जो लगभग हर दिन सुर्खियां बटोर रही है. इस साल के अंत में होने वाले चुनावों से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सचिन पायलट के बीच अनबन पर सभी की निगाहें हैं. उन्होंने सोमवार को अपने संबोधन में कहा था, "मैं सभी नेताओं से आग्रह कर रहा हूं, आपस में लड़ाई खत्म करो और मोदी सरकार को खत्म करने के बारे में सोचो. अगर हम मोदी सरकार को खत्म कर सकते हैं, तो हिंदुस्तान बच सकता है. अगर मोदी यहां हैं, तो हिंदुस्तान खत्म हो जाएगा.
रंधावा के बयान पर प्रदेश भाजपा प्रमुख सतीश पूनिया ने पलटवार करते हुए कहा, "उन्होंने देश में शहादत का अपमान किया है, माननीय प्रधानमंत्री के पद की गरिमा का अपमान किया है, पूरे देश को अपमानित किया है."