मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कौन होगा मुख्यमंत्री ये तो साफ़ है लेकिन राजस्थान को लेकर सस्पेंस अभी भी बरक़रार है. आज राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान का दिन है. कुछ ही देर में जयपुर में विधायक दल की बैठक होगी. जिसमें 9 दिनों से जारी सस्पेंस ख़त्म होने की उम्मीद है. राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस में कई नाम चर्चा में हैं. राजस्थान के लिए बीजेपी ने तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. तीनों पर्यवेक्षक आज विधायकों से रायशुमारी करेंगे और उसके बाद सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा. इस बीच केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को संसद की बैठक के बीच से जयपुर बुलाया गया है. आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. बीजेपी ने 115 सीटें जीती हैं और कांग्रेस के खाते में 69 सीटें आई हैं.
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और विधायक भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने कहा कि बीजेपी विधायक दल की बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई है. इसके लिए दोपहर डेढ़ बजे से पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों का पंजीकरण शुरू होगा. सभी नव-निर्वाचित विधायकों को अनिवार्य रूप से विधायक दल की बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिये गये हैं.
ये हैं वो चेहरे...जिनकी है सबसे ज़्यादा चर्चा
- अश्विनी वैष्णव- केंद्रीय मंत्री हैं, पूर्व IAS, मारवाड़ से आते हैं
- किरोड़ीलाल मीणा- आदिवासी चेहरा, आंदोलनों के लिए मशहूर
- ओम माथुर- वरिष्ठ नेता, छत्तीसगढ़ के प्रभारी रहते हुए जीत दिलाई
- वसुंधरा राजे, पूर्व मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री भी रहीं
- गजेंद्र सिंह शेखावत- केंद्रीय मंत्री, जोधपुर के सांसद
- दीया कुमारी- जयपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य
- बाबा बालकनाथ- फ़ायरब्रांड नेता, हिंदूवादी चेहरा
- सीपी जोशी- भाजपा के राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष
बीजेपी ने जीती हैं 115 सीटें
राज्य में 200 में से 199 सीट के लिए हुए चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किए गए. बीजेपी को 115 सीट पर जीत के साथ बहुमत मिला है. हाल के दिनों में कई भाजपा विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात की है, जिसे उनके प्रति समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है. इन अटकलों के बीच पार्टी इस बार चौंका सकती है. चुनाव हारने वाले राजेंद्र राठौड़ समेत पार्टी नेताओं ने कहा कि भाजपा में शक्ति प्रदर्शन की कोई परंपरा नहीं है.
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं ये नाम
बैठक में पार्टी के पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सह-पर्यवेक्षक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े भी मौजूद रहेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं. राजस्थान उन तीन राज्यों में से एक है जहां बीजेपी ने हाल के चुनावों में जीत हासिल की है.
उन्होंने सोमवार को कहा कि विधायक शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलने जाते हैं और इसे केवल उसी अर्थ में नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में सभी बीजेपी नेता एकजुट हैं. पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सोमवार को यहां पहुंचे. पार्टी मुख्यालय में पहुंचने पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि मंगलवार को केन्द्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह यहां पर आ रहे हैं और उनके साथ दोनों सहपर्यवेक्षक भी आएंगे. आगे की जानकारी केन्द्रीय पर्यवेक्षक ही देंगे.
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर किसी दलित चेहरे के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘आप अनुमान मत लगाइये, सब आपके सामने आ जाएगा. केन्द्रीय पर्यवेक्षक आ रहे हैं. आगे की जानकारी केन्द्रीय पर्यवेक्षक ही आपको देंगे.''
विधायक किरोड़ी लाल मीणा, वासुदेव देवनानी तथा जोगेश्वर गर्ग सहित अनेक विधायक सोमवार को यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पहुंचे. कई विधायकों के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके आवास पर मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर मीणा ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद 17 विधायकों ने उनसे भी मुलाकात की है, लेकिन इस तरह की गतिविधियां 'गोलबंदी' नहीं हैं.
पार्टी के कई विधायकों ने पिछले हफ्ते सोमवार और मंगलवार को राजे से मुलाकात की थी. बाद में राजे दिल्ली गईं और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. रविवार को यहां कुछ विधायकों ने फिर उनसे मुलाकात की.
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