सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों के नेताओं की तीखी आलोचना के बाद राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने रिश्वतखोरी के मामलों में शामिल आरोपियों के फोटो और नाम सार्वजनिक न करने का अपना आदेश शुक्रवार को वापस ले लिया. एसीबी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यह आदेश वापस ले लिया गया है.''
उल्लेखनीय है कि ब्यूरो के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभालने के बाद अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बुधवार को एक आदेश जारी किया था. इसमें कहा गया था कि भ्रष्टाचार के आरोप में ब्यूरो द्वारा पकड़े जाने वाले लोगों के नाम और फोटो तब तक सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे जब तक कि आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में दोष साबित नहीं हो जाता.
इस आदेश पर तीखी प्रतिक्रिया हुई थी. विशेषकर भाजपा ने इसको लेकर निशाना साधा था. राज्य सरकार के निर्देश के बाद कार्यवाहक महानिदेशक ने आदेश आज तत्काल प्रभाव से आदेश वापस ले लिया.