Raja Raghuvanshi Case : राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. यह घटना अब एक सुनियोजित और बेहद चौंकाने वाली सुपारी किलिंग बन चुकी है, जिसकी परतें मेघालय पुलिस ने ‘ऑपरेशन हनीमून' के तहत खोलीं. हत्या की स्क्रिप्ट शादी के महज 10 दिन बाद ही लिख दी गई थी. अब इस मामले में एक और नया खुलासा हुआ है और हत्या के तार बेंगलुरु में जाकर जुड़ी है.
पहले 4 लाख रुपये की सुपारी, लेकिन...
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बेंगलुरु में आरोपियों और राजा के बीच मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच कई बार मुलाकातें हुईं. आरोपियों और राजा के बीच बातचीत शुरू हो गई थी, क्योंकि वे सभी एक ही शहर के थे. इस बीच, सोनम ने आरोपियों को राजा की हत्या के लिए 4 लाख रुपये की सुपारी दी थी. लेकिन आरोपियों ने मना कर दिया था. बाद में सोनम ने ऑफर बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया, जिसके बाद आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया. सोनम ने आरोपियों की मदद से राजा के शव को खाई में फेंकने में भी मदद की थी.
सोनम की गिरफ्तारी और खुल गया पूरा राज
इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर मामले में पुलिस का एक्शन जारी है. सोनम को मेघालय पुलिस पटना से कोलकाता लेकर पहुंची. फिर कोलकाता से सोनम को गुवाहाटी ले जाया जा रहा है. इसके बाद सोनम को सड़क के रास्ते से शिलांग ले जाया जाएगा. दरअसल, राजा और सोनम शादी के बाद हनीमून पर मेघालय घूमने गए थे, लेकिन इसके बाद दोनों अचानक कहीं से लापता हो गए. फिर राजा का शव मिला, लेकिन सोनम का कुछ अता-पता नहीं था. मगर मामले में नया मोड़ तब आया जब सोनम को गाजीपुर में ढाबे से गिरफ्तार किया गया.
शादी के तुरंत बाद ही मौत की साजिश....
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी 29 साल के राजा रघुवंशी ने 11 मई 2025 को धूमधाम से सोनम से शादी की थी. शादी के तुरंत बाद ही उसे मौत के घाट उतारने का प्लान तैयार हो चुका था. उसकी नई नवेली पत्नी सोनम ने ही राज कुशवाहा के साथ मिलकर रची थी. साजिश के तहत यह कपल शिलॉन्ग पहुंचा था. 21 मई को शिलॉन्ग पहुंचने के बाद इस कपल ने 22 मई को चेरापूंजी में जाकर एक होमस्टे लिया. कपल के साथ ही हत्याकांड में संलिप्त अन्य आरोपियों ने भी वहां पर होमस्टे लिया. लेकिन, इस बात की बिल्कुल भी भनक राजा रघुवंशी को नहीं थी.
जैकेट पर मिले खून के निशान और बना सबूत
मेघालय पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने राजा को पकड़ लिया और विक्की नामक एक आरोपी ने धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया. राजा की हत्या के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई. इसके बाद सोनम इंदौर पहुंची और राज कुशवाहा से संपर्क किया. फिर वह उत्तर प्रदेश पहुंची. जांच में पता चला कि सोनम ने आकाश को एक जैकेट दी थी, जिस पर खून के धब्बे मिले. यह जैकेट मौका-ए-वारदात से बरामद हुई थी. पुलिस के मुताबिक, राजा पर पहला वार विशाल ने किया था, जिसके बाद अन्य आरोपियों ने हमले किए.
'ऑपरेशन हनीमून' के जरिए जांच जारी
मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए एक विशेष ऑपरेशन चलाया, जिसका नाम 'ऑपरेशन हनीमून' रखा गया. पुलिस ने बताया कि यह मामला काफी जटिल था, इसलिए इसे एक ऑपरेशन के रूप में लिया गया. इस ऑपरेशन के तहत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ जारी है.